जमशेदपुर की कर्णिशा दास ने अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप में जीते दो मेडल!
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की छात्रा कर्णिशा दास ने काठमांडू में आयोजित साउथ एशियन ओपन इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप 2024 में शानदार प्रदर्शन कर दो मेडल जीते।
जमशेदपुर, 3 सितंबर: जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की मेधावी छात्रा कर्णिशा दास ने साउथ एशियन ओपन इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप 2024 में देश और विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। यह प्रतियोगिता 28-29 अगस्त को काठमांडू, नेपाल के दशरथ स्टेडियम में आयोजित की गई थी।
कर्णिशा ने इस प्रतियोगिता में “इंडिविजुअल काता इवेंट” में द्वितीय स्थान हासिल किया और “टीम काता इवेंट” में तृतीय स्थान पर रहीं। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि ने कर्णिशा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक पहचान दिलाई है। उनकी इस सफलता से जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई है।
कुलपति महोदया की शुभकामनाएं
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की कुलपति महोदया ने कर्णिशा की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कर्णिशा दास की यह जीत विश्वविद्यालय के लिए बहुत गर्व का विषय है। उन्होंने कर्णिशा को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनकी यह सफलता अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणादायक है। कुलपति ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय की छात्राएं अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं, जो सभी के लिए गर्व की बात है।
कर्णिशा की तैयारी और मेहनत
कर्णिशा दास, जो जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की अंग्रेजी विभाग की छात्रा हैं, ने कराटे के क्षेत्र में यह सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए उन्होंने कई महीनों तक विशेष तैयारी की थी। उनके कोच और परिवार ने उन्हें हर कदम पर समर्थन और मार्गदर्शन दिया, जिससे उन्हें यह मुकाम हासिल करने में मदद मिली।
विश्वविद्यालय और शहर में उत्साह
कर्णिशा की इस उपलब्धि से जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में न सिर्फ खुशी का माहौल है, बल्कि शहर में भी गर्व की अनुभूति है। विश्वविद्यालय के शिक्षक और अन्य छात्राओं ने कर्णिशा को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि कर्णिशा की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि जमशेदपुर की बेटियां किसी से कम नहीं हैं और वे किसी भी मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकती हैं।
आगे की योजनाएं
कर्णिशा ने आगे भी कराटे में बेहतर प्रदर्शन करने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि वे अपने देश और विश्वविद्यालय के लिए और भी बड़े मंचों पर प्रदर्शन करना चाहती हैं। उनकी इस सफलता से यह स्पष्ट हो गया है कि अगर कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प हो, तो कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं है।
इस प्रकार, कर्णिशा दास ने साउथ एशियन ओपन इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप 2024 में अपने शानदार प्रदर्शन से न केवल विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है, बल्कि सभी को यह संदेश दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं।
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