Jamshedpur Raid: उत्पाद विभाग ने पकड़ी 2050 लीटर अवैध स्पिरिट

जमशेदपुर में उत्पाद विभाग ने तेलमच्चो टोल प्लाजा के पास से 2050 लीटर अवैध स्पिरिट जब्त की। जानें, कैसे पकड़ी गई ये बड़ी खेप और कौन था इसके पीछे।

Nov 25, 2024 - 16:17
Nov 25, 2024 - 16:23
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Jamshedpur Raid: उत्पाद विभाग ने पकड़ी 2050 लीटर अवैध स्पिरिट
Jamshedpur Raid: उत्पाद विभाग ने पकड़ी 2050 लीटर अवैध स्पिरिट

जमशेदपुर के पास चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। तेलमच्चो टोल प्लाजा के पास उत्पाद विभाग ने 2050 लीटर अवैध स्पिरिट जब्त की। यह अवैध व्यापार कई दिनों से संचालित हो रहा था।

कैसे हुई कार्रवाई?

यह छापेमारी उपायुक्त बोकारो के निर्देश और सहायक आयुक्त उत्पाद के मार्गदर्शन में की गई। सोमवार सुबह करीब 3:30 बजे तेलमच्चो टोल प्लाजा पर उत्पाद विभाग की टीम ने एक नीले रंग की इंट्रा पिकअप (JH-09-BH-2016) को रोका। तलाशी के दौरान सब्जियों के कैरेट के नीचे 41 नीले जरकीन में छिपा 2050 लीटर अवैध स्पिरिट मिला।

अवैध शराब का इतिहास और असर

झारखंड में अवैध शराब और स्पिरिट का कारोबार लंबे समय से चिंता का विषय है। 1990 के दशक में शराब तस्करी के कई मामलों ने राज्य की छवि को धूमिल किया था। इसके साथ ही, स्थानीय अपराधियों के लिए यह एक बड़ा राजस्व स्रोत बन गया।

अवैध स्पिरिट न केवल आर्थिक अपराध है, बल्कि इससे लोगों की सेहत पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। अक्सर यह जहरीली होती है और इसके कारण कई बार जानलेवा घटनाएं हो चुकी हैं।

टीम की कुशलता से पकड़ी गई बड़ी खेप

इस ऑपरेशन में उत्पाद विभाग के निरीक्षक बिजय कुमार पाल, अवर निरीक्षक सन्नी विवेक तिर्की, महेश दास सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। अधिकारियों की मुस्तैदी और गुप्त सूचना के आधार पर इस बड़ी खेप को जब्त करना संभव हुआ।

जब्त सामग्रियां और कानूनी कार्रवाई

  • वाहन: इंट्रा पिकअप (JH-09-BH-2016) जब्त।
  • स्पिरिट: 2050 लीटर अवैध स्पिरिट।
  • आरोप: संलिप्त व्यक्तियों पर उत्पाद अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज।

क्या कहता है कानून?

झारखंड में अवैध शराब तस्करी और स्पिरिट के भंडारण पर कड़े कानून हैं। उत्पाद अधिनियम के तहत इस अपराध में दोषी पाए जाने पर भारी जुर्माने के साथ जेल की सजा का प्रावधान है।

तेलमच्चो टोल प्लाजा की अहमियत

तेलमच्चो टोल प्लाजा झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों में से एक है। यह इलाका अक्सर तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यहां निगरानी कमजोर रहती है।

भविष्य की रणनीति

अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की तह तक जाने के लिए आगे जांच जारी रहेगी। उत्पाद विभाग का फोकस न केवल तस्करी को रोकने पर है, बल्कि इस अवैध व्यापार के नेटवर्क को खत्म करना भी है।
जमशेदपुर और इसके आसपास के इलाकों में अवैध शराब और स्पिरिट का कारोबार एक गंभीर समस्या बन चुका है। इस छापेमारी ने न केवल एक बड़े अवैध व्यापार को उजागर किया, बल्कि उत्पाद विभाग की कुशलता को भी साबित किया। उम्मीद है कि इस कार्रवाई से तस्करों के हौसले पस्त होंगे और आम जनता को राहत मिलेगी।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।