Jamshedpur Fraud: जमशेदपुर के निवेशक से शेयर बाजार और सोने के नाम पर 6 करोड़ की महाठगी, कार्यालय बंद, सैकड़ों निवेशक फंसे, जांच शुरू
जमशेदपुर के शशि शेखर ने गोरखपुर पुलिस से शिकायत कर ट्रेड आस्था इंफ़्रा और वीएस ट्रू टेक्नोलॉजी पर शेयर बाजार में सुनिश्चित मुनाफे के नाम पर 6 करोड़ की ठगी का आरोप लगाया है। ऑफिस और ज्वेलरी शोरूम बंद। सैकड़ों निवेशक फंसे।
जमशेदपुर, 24 नवंबर 2025 – जमशेदपुर (Jamshedpur) में शेयर बाजार (Share Market) और सोना निवेश (Gold Investment) के नाम पर "पक्का और सुनिश्चित लाभ" दिलाने के लालच (Lure) में करोड़ों रुपये हड़पने (Embezzlement) का एक गंभीर मामला सामने आया है। इस महाठगी (Mega Fraud) का खुलासा तब हुआ जब जमशेदपुर के निवासी शशि शेखर (Shashi Shekhar) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को लिखित शिकायत (Written Complaint) देकर लगभग 6 करोड़ रुपये (₹6 Crore) की धोखाधड़ी (Cheating) का आरोप लगाया। यह मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि पीड़ित के दावे के अनुसार जमशेदपुर सहित कई जगहों के सैकड़ों निवेशक (Investors) भी इस ठगी का शिकार हुए हैं, जिसके बाद पुलिस ने दस्तावेजों की गहन जांच (Intensive Investigation) शुरू कर दी है।
दो कंपनियां, उच्च मुनाफे का झूठा दावा
शशि शेखर की शिकायत के अनुसार, ठगी करने वालों में विश्वजीत श्रीवास्तव (Vishwajit Srivastava), सोनू गुप्ता (Sonu Gupta) और हरकेश (Harkesh) शामिल हैं। ये सभी मिलकर 'ट्रेड आस्था इंफ़्रा प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड' और 'वीएस ट्रू टेक्नोलॉजी' (VS True Technology) नामक कंपनियों का संचालन करते थे।
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परिचय: नवंबर 2023 में जमशेदपुर के दो परिचितों, सोनी सेहगल और बिनोद कुमार ने, शशि शेखर को इन कंपनी संचालकों से मिलवाया।
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ठगी का जाल: आरोपितों ने दावा किया कि उनकी कंपनियां शेयर बाजार और सोने के कारोबार में उच्च मुनाफे (High Profits) पर काम करती हैं और निवेशकों को एक निश्चित रिटर्न (Assured Return) देती हैं। इस भरोसे पर शशि शेखर ने ऑनलाइन और नकद दोनों माध्यमों से किस्तों (Installments) में लगभग 6 करोड़ रुपये का विशाल निवेश (Huge Investment) कर दिया।
मुनाफा मिलना बंद, सारे दफ्तर बंद
शशि शेखर के अनुसार, नवंबर 2024 तक उन्हें निवेश पर मुनाफा (Profit) मिलता रहा, जिससे उनका विश्वास (Trust) बना रहा। लेकिन दिसंबर 2024 के बाद अचानक भुगतान (Payment) पूरी तरह से बंद हो गया।
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टालमटोल: बार-बार दबाव बनाने पर फरवरी 2025 में मूल धन (Principal Amount) लौटाने का सिर्फ आश्वासन (Assurance) दिया गया, लेकिन रकम नहीं मिली। इसके बाद जब उन्होंने लखनऊ और गोरखपुर (Lucknow) स्थित कंपनी के कार्यालयों में संपर्क किया तो हर बार बहाने बनाए गए।
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संपर्क टूट गया: जुलाई 2025 में एक आरोपी विश्वजीत श्रीवास्तव ने फोन पर पैसा लौटाने की बात कही, पर इसके बाद सभी आरोपितों के फोन बंद (Phones Switched Off) हो गए। जांच में पता चला कि जमशेदपुर, लखनऊ और गोरखपुर में कंपनी के दफ्तर और ज्वेलरी शोरूम भी बंद मिलने से ठगी की पुष्टि (Confirmation) हो गई।
शशि शेखर ने अपनी शिकायत की प्रति गोरखपुर के डीआईजी और एसपी को भी भेजी है, ताकि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द कार्रवाई हो सके और सैकड़ों निवेशकों को उनका फंसा हुआ पैसा वापस मिल सके।
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