Jamshedpur Crime – कपाली में रंगदारी विवाद के बाद चापड़ से हमला, पुलिस ने नाबालिग को पकड़ा
जमशेदपुर से सटे सरायकेला में रंगदारी विवाद के बाद युवक पर चाइना चापड़ से हमला। नाबालिग आरोपी गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

जमशेदपुर से सटे सरायकेला-खरसावां जिले में एक बार फिर गैंगस्टर स्टाइल में रंगदारी विवाद का मामला सामने आया है। कपाली ओपी क्षेत्र के वार्ड संख्या-21, खड़ीया कोचा इलाके में 15 सितंबर की रात को जो कुछ हुआ, उसने पूरे इलाके को दहला दिया। यहां 30 वर्षीय मुजाहिद हुसैन अंसारी पर चाइना चापड़ से जानलेवा हमला कर दिया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसे चाईबासा बाल गृह भेज दिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
देर रात रंगदारी विवाद ने लिया हिंसक रूप
पुलिस के मुताबिक, घटना रात करीब 8 बजे की है। वार्ड संख्या-21 के खड़ीया कोचा में रंगदारी की मांग को लेकर विवाद शुरू हुआ। जब स्थानीय युवक मुजाहिद हुसैन ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उस पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया।
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सिर पर गहरी चोट आई और वह लहूलुहान हो गए।
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आसपास मौजूद लोगों ने आनन-फानन में उन्हें एमजीएम अस्पताल पहुंचाया।
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फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस की तेज़ कार्रवाई
कपाली ओपी प्रभारी धीरंजन कुमार ने बताया कि इस वारदात के तुरंत बाद पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया।
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एक नाबालिग आरोपी को जमशेदपुर के आजादनगर थाना क्षेत्र से दबोचा गया।
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उसे चाईबासा स्थित बाल गृह भेज दिया गया।
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बाकी फरार आरोपियों पर लगातार छापेमारी जारी है।
ओपी प्रभारी का कहना है—“बहुत जल्द सभी आरोपियों को पकड़कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा।”
चाइना चापड़: झारखंड में क्यों बना खौफ का हथियार?
आपको बता दें कि चाइना चापड़ नाम का यह धारदार हथियार पिछले एक दशक से झारखंड और बिहार में आपराधिक गिरोहों का पसंदीदा हथियार बन चुका है। इसकी खासियत यह है कि यह दिखने में छोटा होता है लेकिन हमला बेहद घातक करता है। जमशेदपुर और धनबाद जैसे औद्योगिक इलाकों में रंगदारी और वर्चस्व की लड़ाई में चाइना चापड़ का इस्तेमाल कई बार देखा जा चुका है।
2000 के दशक की शुरुआत में जमशेदपुर में कई गैंगवार इसी हथियार से खौफनाक बने। यही वजह है कि पुलिस अब ऐसे मामलों को बेहद गंभीरता से लेती है।
इलाके में दहशत और राजनीति का एंगल
वारदात के बाद खड़ीया कोचा इलाके में दहशत फैल गई है। लोग खुलेआम कह रहे हैं कि रंगदारी वसूली की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी होगी।
राजनीतिक हलकों में भी इस घटना पर चर्चा तेज है। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या झारखंड में अपराधी फिर से सिर उठाने लगे हैं? और क्या रंगदारी का पुराना दौर लौट रहा है?
आगे क्या होगा?
पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में साफ है कि यह हमला रंगदारी न देने पर किया गया। अब देखना होगा कि बाकी फरार आरोपी कब तक पकड़े जाते हैं।
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