Jamshedpur Development: जादूगोड़ा में पावर सबस्टेशन से उद्योग और ग्रामीणों को नई रोशनी
जादूगोड़ा में 10 हजार मेगावाट क्षमता वाले पावर सबस्टेशन का शिलान्यास। मंत्री रामदास सोरेन और सांसद विद्युत महतो ने दी औद्योगिक और ग्रामीण विकास को नई दिशा।
झारखंड के जादूगोड़ा क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 10 हजार मेगावाट क्षमता वाले नए पावर सबस्टेशन का शिलान्यास किया गया। इस महत्वपूर्ण पहल का नेतृत्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन और सांसद विद्युत महतो ने किया। शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में उद्योग और ग्रामीण विकास को लेकर बड़े वादे किए गए।
औद्योगिक विकास को मिलेगा नया आयाम
झारखंड सरकार और औद्योगिक विकास प्राधिकरण (आयडा) के सहयोग से यह पावर सबस्टेशन जादूगोड़ा के रुआंम क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा।
- शक्ति और क्षमता: पावर सबस्टेशन की 10 हजार मेगावाट की क्षमता इसे झारखंड के सबसे प्रमुख विद्युत परियोजनाओं में से एक बनाती है।
- बजट और निर्माण: इस परियोजना पर 12 करोड़ रुपये का व्यय प्रस्तावित है, और इसे एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- औद्योगिक लाभ: सबस्टेशन के माध्यम से 26 नए उद्योगों को विद्युत आपूर्ति की जाएगी। अब तक इस क्षेत्र में एक दर्जन उद्योग स्थापित हो चुके हैं।
ग्रामीण विकास की उम्मीदें
पावर सबस्टेशन का शिलान्यास न केवल उद्योगों के लिए, बल्कि जादूगोड़ा और इसके आस-पास के ग्रामीणों के लिए भी विकास की किरण लेकर आया है।
- ग्रामीणों की मांग: स्थानीय ग्रामीणों ने इस सबस्टेशन से अपने घरों और क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति की मांग उठाई है।
- समावेशी विकास: मंत्री रामदास सोरेन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस परियोजना का लाभ जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंचेगा।
इतिहास की झलक: जादूगोड़ा और विद्युत विकास
जादूगोड़ा का नाम औद्योगिक और प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता के लिए झारखंड के नक्शे पर खास जगह रखता है।
- परमाणु संसाधनों का केंद्र: जादूगोड़ा को भारत की पहली यूरेनियम खान होने का गौरव प्राप्त है।
- औद्योगिक विस्तार: अब यह क्षेत्र तेजी से उद्योगों का केंद्र बन रहा है, और पावर सबस्टेशन जैसी परियोजनाएं इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।
शिलान्यास के दौरान क्या कहा गया?
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा:
"यह पावर सबस्टेशन जादूगोड़ा के विकास का प्रतीक बनेगा। हमारी सरकार ने इस क्षेत्र में उद्योगों और ग्रामीणों के लिए सस्ती और स्थायी बिजली पहुंचाने का सपना देखा है।"
सांसद विद्युत महतो ने परियोजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा:
"यह सबस्टेशन न केवल उद्योगों की विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करेगा, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी बिजली की पहुंच सुनिश्चित करेगा।"
जादूगोड़ा: उज्ज्वल भविष्य की ओर
इस पावर सबस्टेशन से न केवल औद्योगिक विकास को गति मिलेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार और ग्रामीण बुनियादी ढांचे में भी सुधार होगा।
- रोजगार के अवसर: उद्योगों के विस्तार के साथ स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।
- इकोनॉमिक ग्रोथ: बिजली की निर्बाध आपूर्ति उद्योगों की उत्पादकता को बढ़ाएगी, जिससे क्षेत्र की आर्थिक प्रगति में तेजी आएगी।
स्थानीयों में उत्साह
ग्रामीणों और उद्योगपतियों दोनों में इस परियोजना को लेकर उत्साह है।
- ग्रामीणों की प्रतिक्रिया: "यह पावर सबस्टेशन हमारे क्षेत्र में विकास और रोशनी दोनों लाएगा," स्थानीय निवासी रामेश्वर महतो ने कहा।
- उद्योगपतियों का दृष्टिकोण: "विद्युत आपूर्ति में सुधार से उद्योगों की लागत कम होगी और उत्पादन बढ़ेगा," स्थानीय उद्योगपति संदीप अग्रवाल ने बताया।
जादूगोड़ा का यह पावर सबस्टेशन न केवल क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि झारखंड सरकार की औद्योगिक और ग्रामीण विकास की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। आने वाले समय में यह परियोजना क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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