Jamshedpur Accident: चाकुलिया में पलटा आयरन लदा ट्रक, बाल-बाल बचा चालक
चाकुलिया-धालभूमगढ़ मुख्य सड़क पर काकड़ीशोल गांव के पास बड़ा हादसा, आयरन लदा ट्रक अनियंत्रित होकर पलटा। चालक सद्दाम अंसारी ने चमत्कारिक रूप से बचाई जान। पढ़ें पूरी खबर।
शनिवार की रात चाकुलिया-धालभूमगढ़ मुख्य सड़क पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। चाकुलिया नगर पंचायत के काकड़ीशोल गांव के पास आयरन मिट्टी से लदा 16 चक्का ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। हालांकि, चमत्कारिक रूप से ट्रक के चालक सद्दाम अंसारी इस हादसे में बाल-बाल बच गए।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, ट्रक (WB 49/6138) ओडिशा से आयरन मिट्टी लोड कर पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर जा रहा था।
- खतरनाक मोड़: काकड़ीशोल गांव के पास मुख्य सड़क पर एक मोड़ के दौरान ट्रक अनियंत्रित हो गया।
- तेज रफ्तार: प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी, जिससे चालक उसे नियंत्रित नहीं कर पाया।
- हादसे का दृश्य: ट्रक पलटने के बाद सड़क पर मिट्टी बिखर गई, जिससे यातायात बाधित हो गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही चाकुलिया पुलिस मौके पर पहुंची।
- जांच शुरू: पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना किया और दुर्घटना के कारणों की छानबीन शुरू कर दी।
- राहत कार्य: पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर सड़क पर बिखरी मिट्टी को हटाने का काम शुरू किया ताकि यातायात बहाल किया जा सके।
- चालक की हालत: चालक सद्दाम अंसारी को मामूली चोटें आईं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
इतिहास की झलक: चाकुलिया और धालभूमगढ़ की सड़कें
चाकुलिया-धालभूमगढ़ मार्ग झारखंड के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्गों में से एक है।
- औद्योगिक यातायात: इस सड़क का उपयोग ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच आयरन और अन्य औद्योगिक सामग्रियों के परिवहन के लिए किया जाता है।
- खराब सड़कों का इतिहास: इस क्षेत्र में सड़कें अक्सर हादसों का कारण बनती हैं, जिससे सरकार की ओर से बेहतर सड़क व्यवस्था की मांग होती रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
काकड़ीशोल गांव के लोगों ने हादसे के बाद अपनी चिंता व्यक्त की।
- स्थानीय निवासी: "इस सड़क पर पहले भी कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं। ट्रकों की तेज रफ्तार और खराब सड़कें इसकी मुख्य वजह हैं।"
- यातायात सुरक्षा की मांग: ग्रामीणों ने सरकार से सड़क पर गति सीमा निर्धारित करने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की।
ट्रक चालक ने क्या कहा?
चालक सद्दाम अंसारी ने कहा:
"मुझे नहीं पता कि ट्रक अचानक कैसे अनियंत्रित हो गया। मैंने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन ट्रक पलट गया। भगवान का शुक्र है कि मैं सुरक्षित हूं।"
क्या है इस हादसे से सबक?
चाकुलिया-धालभूमगढ़ मार्ग पर बढ़ते हादसे इस क्षेत्र में यातायात सुरक्षा और सड़क सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।
- सुरक्षा उपायों की कमी: सड़क किनारे बैरिकेड्स या चेतावनी बोर्ड नहीं होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है।
- ट्रक चालकों की रफ्तार पर नियंत्रण: भारी वाहनों की तेज रफ्तार पर कड़ाई से अंकुश लगाने की जरूरत है।
- सरकार की पहल: क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत और सुधार के लिए झारखंड सरकार को विशेष योजना बनानी चाहिए।
इस हादसे ने एक बार फिर चाकुलिया-धालभूमगढ़ सड़क की खतरनाक स्थिति को उजागर किया है।
- स्थानीय प्रशासन की भूमिका: दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे।
- ग्रामीणों की सुरक्षा: न केवल औद्योगिक परिवहन बल्कि स्थानीय निवासियों की सुरक्षा भी प्राथमिकता होनी चाहिए।
What's Your Reaction?