President Awards : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्णिमा महतो और रीतिका तिर्की को गणतंत्र दिवस पर किया आमंत्रित
गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने द्रोणाचार्य अवार्डी पूर्णिमा महतो और वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली महिला लोको पायलट रीतिका तिर्की को विशेष कार्यक्रम में आमंत्रित किया। जानें पूरी खबर।
जमशेदपुर, 21 जनवरी (रिपोर्टर): झारखंड के दो प्रेरणादायक महिलाओं, द्रोणाचार्य अवार्डी तीरंदाजी प्रशिक्षक पूर्णिमा महतो और वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली महिला लोको पायलट रीतिका तिर्की को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है। यह निमंत्रण उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों और देश के प्रति उनके योगदान को मान्यता देने के रूप में दिया गया है।
गणतंत्र दिवस पर "एट होम रिसेप्शन"
गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में "एट होम रिसेप्शन" का आयोजन होगा। यह कार्यक्रम शाम 4 बजे से शुरू होगा। इस आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन दोनों महिलाओं के साथ बातचीत करेंगी और उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करेंगी।
रात्रिभोज की व्यवस्था:
कार्यक्रम के बाद, राष्ट्रपति भवन में विशेष रात्रिभोज की भी व्यवस्था की गई है। यह कार्यक्रम इन महिलाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सफलता का जश्न मनाने और अन्य विशिष्ट अतिथियों से मिलने का अवसर प्रदान करेगा।
पूर्णिमा महतो: भारतीय तीरंदाजी का गौरव
पूर्णिमा महतो झारखंड की एक प्रमुख तीरंदाजी प्रशिक्षक हैं। उन्हें तीरंदाजी के क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया।
- प्रशिक्षण और सफलता: पूर्णिमा ने कई युवा तीरंदाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता दिलाने में मदद की है। उनके प्रशिक्षित खिलाड़ियों ने एशियन और ओलंपिक स्तर पर भारत के लिए पदक जीते हैं।
- राष्ट्रीय गौरव: उनके प्रयास न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का कारण बने हैं।
रीतिका तिर्की: वंदे भारत की पहली महिला लोको पायलट
रीतिका तिर्की ने भारतीय रेलवे में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की पहली महिला लोको पायलट हैं।
- साहस और प्रेरणा: उनकी यात्रा झारखंड के एक छोटे से गांव से शुरू होकर भारतीय रेलवे के इस प्रतिष्ठित पद तक पहुंची है।
- महिलाओं के लिए प्रेरणा: उनकी कहानी देशभर की महिलाओं के लिए एक मिसाल है कि कैसे दृढ़ता और मेहनत से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है।
राष्ट्रपति से आमंत्रण का महत्व
राष्ट्रपति द्वारा इन महिलाओं को आमंत्रित किया जाना न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का सम्मान है, बल्कि यह झारखंड और पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है।
डाक विभाग ने सौंपा निमंत्रण पत्र
शनिवार को, राष्ट्रपति भवन से भेजे गए निमंत्रण पत्र को सहायक डाक अधीक्षक पश्चिमी परीक्षित सेठ की देखरेख में डाकिया द्वारा पूर्णिमा महतो और रीतिका तिर्की को सौंपा गया। निमंत्रण मिलने पर दोनों महिलाओं ने इस अवसर पर खुशी और गर्व जताया।
पूर्णिमा महतो और रीतिका तिर्की की सफलता देश के लिए प्रेरणा है। गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति भवन में आमंत्रण मिलना, उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह देश की बेटियों को आगे बढ़ने और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करेगा।a
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