Jamshedpur ABM College : अब्दुल बारी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर का किया अवलोकन
जमशेदपुर के अब्दुल बारी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर का अवलोकन किया। जानिए इस भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को मंदिर के इतिहास और जीर्णोद्धार से जुड़े रोचक तथ्य कैसे बताए गए।
जमशेदपुर: अब्दुल बारी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों ने मंगलवार को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर का भ्रमण किया। इस आयोजन का मार्गदर्शन कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अनुराधा कुमारी और श्वेता भारती ने किया। विद्यार्थियों ने इस मंदिर के इतिहास और धार्मिक महत्व को समझने के लिए इस यात्रा को एक अद्भुत अनुभव माना।
मंदिर के इतिहास और सांस्कृतिक महत्व का परिचय
इस यात्रा के दौरान मंदिर से जुड़े दो महत्वपूर्ण व्यक्तित्व, असीम पाठक और साकेत गौतम ने विद्यार्थियों को मंदिर के इतिहास और इसे जीर्णोद्धारित करने के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। असीम पाठक और साकेत गौतम ने बताया कि पहले इस मंदिर के आसपास के लोग शाम के समय भी फटकते तक नहीं थे, लेकिन पिछले दो वर्षों में विधायक सरयू राय की पहल से मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ है। अब यह मंदिर परिसर हर समय श्रद्धालुओं से भरा रहता है, जहाँ लोग दिनभर आते हैं और मंदिर के विभिन्न हिस्सों का अवलोकन करते हैं।
मंदिर का जीर्णोद्धार और बदलाव की कहानी
श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर का जीर्णोद्धार एक ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक बन चुका है। पहले जहां लोग शाम को भी इस क्षेत्र से दूर रहते थे, अब यह मंदिर इलाके के प्रमुख आकर्षणों में शामिल हो गया है। विधायक सरयू राय के नेतृत्व में किए गए इस जीर्णोद्धार कार्य ने मंदिर को न केवल पुनर्निर्मित किया, बल्कि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई। अब लोग सुबह से शाम तक मंदिर के दर्शन करने आते हैं और यहाँ के शांति वातावरण का आनंद लेते हैं।
विद्यार्थियों के लिए यह यात्रा एक अनमोल अनुभव
यह यात्रा विद्यार्थियों के लिए न केवल मंदिर के इतिहास को जानने का अवसर थी, बल्कि यह उन्हें भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने का एक अद्वितीय अवसर भी था। इस यात्रा के बाद, प्राचार्य डॉ. अनुराधा कुमारी ने विद्यार्थियों को मंदिर के इतिहास, सनातन संस्कृति और धार्मिक महत्व पर एक अद्वितीय परियोजना सौंपने का निर्णय लिया। इस परियोजना के माध्यम से विद्यार्थियों को मंदिर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पक्ष पर गहरे विचार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मंदिर के जीर्णोद्धार में योगदान और भविष्य की योजनाएँ
श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद अब यह क्षेत्र न केवल धार्मिक महत्व का केंद्र बन चुका है, बल्कि यह क्षेत्रीय पर्यटन के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। भविष्य में मंदिर परिसर में और भी सुधार और विकास की योजना है, जिसमें पर्यटकों के लिए सुविधाएँ और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर आवास की व्यवस्था की जाएगी।
यह भ्रमण अब्दुल बारी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणादायक यात्रा साबित हुआ। इस यात्रा के दौरान विद्यार्थियों को मंदिर के ऐतिहासिक पहलुओं के बारे में जानकारी मिली, साथ ही भारतीय संस्कृति और धार्मिक धरोहरों के महत्व को भी समझने का अवसर मिला। यह यात्रा न केवल उनके ज्ञान में वृद्धि का कारण बनी, बल्कि उन्हें अपने धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति एक नई दृष्टि भी प्रदान की।
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