Jamshedpur Cleanliness: मानगो की बदहाल स्थिति से तंग आकर 'जिंदाबाद' का अनूठा विरोध, कचरा उठाव पर सवाल
जमशेदपुर के मानगो में गंदगी का अंबार, जिम्मेदारों पर उठे सवाल। भाजपा के पूर्व नेता विकास सिंह ने अनोखे तरीके से विरोध कर सफाई की मुहिम छेड़ी।
जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में गंदगी का ऐसा सैलाब उमड़ा है कि लोगों का जीवन नरक बन चुका है। मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक कचरे का ढेर है, जिससे क्षेत्रवासी परेशान और बीमार पड़ रहे हैं। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि लोग अपने मकान छोड़कर रिश्तेदारों के घरों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
पिछले 10 दिनों से कचरा उठाव का काम पूरी तरह बंद पड़ा है। प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि तक खामोश हैं, और क्षेत्र की जनता अपने हाल पर छोड़ दी गई है। ऐसे में भाजपा के पूर्व नेता विकास सिंह ने अनोखा उपाय अपनाकर लोगों को जागरूक करने और प्रशासन पर दबाव बनाने का काम किया।
दो हफ्ते से मानगो का हाल बेहाल
- मानगो क्षेत्र में पिछले दो हफ्तों से सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है।
- दुर्गंध और गंदगी के चलते बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत खराब हो रही है।
- सोशल मीडिया और अखबारों में मुद्दे की चर्चा जोरों पर है, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई नगण्य है।
स्थानीय निवासी प्रदीप तिवारी का कहना है कि उनके घर के बच्चे गंदगी के कारण बीमार पड़ गए हैं। उन्होंने धमकी दी कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे पलायन करने पर मजबूर होंगे।
विकास सिंह का 'जिंदाबाद' नारा: अनोखा विरोध
विकास सिंह, जो कि भाजपा के पूर्व नेता हैं, ने इस समस्या को उजागर करने के लिए एक नई रणनीति अपनाई।
- उन्होंने एक फ्लेक्स तैयार किया, जिसमें मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक को 'जिंदाबाद' कहकर धन्यवाद दिया गया।
- यह फ्लेक्स उन्होंने गंदगी के ढेर पर लगाया, जिसमें लिखा था कि मानगो को कचरे से सजाने के लिए धन्यवाद।
कैसे हुआ बदलाव?
इस अनूठे विरोध का असर मात्र 30 मिनट के अंदर दिखा।
- फ्लेक्स लगाने के तुरंत बाद संबंधित स्थान से कचरे का उठाव शुरू हुआ।
- विकास सिंह ने यह भी चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर अन्य स्थानों से कचरा नहीं हटाया गया, तो वे और फ्लेक्स लगाकर प्रशासन को जगाने का काम करेंगे।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल
इस पूरे मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है।
- सोशल मीडिया पर बड़े नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में व्यस्त हैं।
- विकास सिंह ने कहा कि यह समय मुर्दाबाद का नहीं, बल्कि जिंदाबाद का नारा लगाने का है ताकि जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों को समझें।
इतिहास: मानगो में सफाई की समस्याएं पुरानी
यह पहली बार नहीं है जब मानगो क्षेत्र में गंदगी ने बड़ा मुद्दा खड़ा किया हो।
- 2021 में भी सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण स्थिति बदहाल हो गई थी।
- 2019 में मानसून के दौरान नालियों की सफाई न होने से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई थी।
इन समस्याओं का बार-बार उभरना यह दर्शाता है कि मानगो की सफाई व्यवस्था में सिस्टमेटिक बदलाव की जरूरत है।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को समस्या का स्थायी समाधान निकालना चाहिए।
- कचरा उठाव की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- गंदगी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो।
- सफाई कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति की जाए।
मानगो क्षेत्र में गंदगी की समस्या ने लोगों को जागरूक और आक्रोशित दोनों बना दिया है। विकास सिंह का यह अनोखा विरोध प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाने का एक प्रयास है।
क्या यह विरोध सफाई व्यवस्था में सुधार ला पाएगा, या फिर मानगो की जनता को इसी तरह अपने हाल पर छोड़ दिया जाएगा? यह देखना बाकी है।
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