Saraikela Accident: कुचाई में वैन पलटने से पांच वर्षीय बच्चे की मौत, आधा दर्जन से अधिक लोग घायल, ड्राइवर और वाहन सुरक्षा पर सवाल
सरायकेला के कुचाई में वैन पलटने से पांच वर्षीय बच्चे की मौत, आधा दर्जन से अधिक लोग घायल। जानें हादसे की वजह, घायलों की स्थिति और क्षेत्र की सड़क सुरक्षा चिंताएं।
सरायकेला, दुर्घटना: कुचाई प्रखंड के कोपलोंग चौक पर शनिवार को हुए सड़क हादसे ने क्षेत्र के लोगों को झकझोर दिया। एक टाटा मैजिक वैन, जिसमें एक दर्जन लोग सवार थे, अनियंत्रित होकर चार फीट नीचे खेत में जा गिरी। इस दुर्घटना में पांच वर्षीय हरि किशन सोय की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
कैसे हुआ हादसा?
शनिवार को दिन के करीब 11 बजे, डांगो गांव से 12 लोग टाटा मैजिक वैन में सवार होकर कुचाई के बारुहातु मेले जा रहे थे। कोपलोंग चौक के पास वैन अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई और खेत में जा गिरी। वैन पलटने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को वैन से बाहर निकाला।
बच्चे की मौत और घायलों की स्थिति
हादसे में डांगो के धनीराम सोय का पांच वर्षीय पुत्र हरि किशन सोय गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत कुचाई सीएचसी ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घायलों में कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें कलावती सामड़ (50), सीता सामड़ (40), सुरजन सामड़ (70), मेचो पाडेया (55), और शांति पाडेया (35) शामिल हैं। चार-पांच अन्य यात्रियों को हल्की चोटें आईं, जिनका प्राथमिक उपचार कर छोड़ दिया गया।
डांगो गांव का मेला प्रेम और बारुहातु मेला का इतिहास
डांगो और आसपास के गांवों में बारुहातु मेला का विशेष महत्व है। यह मेला वर्षों से ग्रामीणों के बीच उत्साह और परंपरा का प्रतीक रहा है। ग्रामीण हर साल अपने परिवारों के साथ यहां जाते हैं। हालांकि, इस बार का मेला हादसे की वजह से दुःखद स्मृतियों में बदल गया।
क्षेत्र में सड़क सुरक्षा का अभाव
इस हादसे ने कुचाई क्षेत्र में सड़क सुरक्षा की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। कोपलोंग चौक जैसे व्यस्त इलाकों में सड़क की खराब स्थिति और ट्रैफिक प्रबंधन की कमी अक्सर ऐसी दुर्घटनाओं का कारण बनती है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सड़क सुधार और सुरक्षा उपायों को लागू करने की मांग की है।
प्रशासन का कदम
हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। हरि किशन सोय के शव को पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला भेजा गया। प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और ड्राइवर की लापरवाही की संभावना को खंगाल रही है।
परिवार और गांव में शोक की लहर
हरि किशन सोय की मौत ने उसके परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है। पूरे गांव में मातम का माहौल है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
ड्राइवर और वाहन सुरक्षा पर सवाल
हादसे के बाद ड्राइवर की लापरवाही और वाहन की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सवारी वाहनों की नियमित जांच और ड्राइवरों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है।
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