Bagodar Tragedy: बगोदर के खंभरा डैम में डूबे तुलेश्वर सिंह का शव छठे दिन बरामद,परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
बगोदर के खंभरा डैम में डूबे तुलेश्वर सिंह का शव छठे दिन बरामद। एनडीआरएफ की टीम और ग्रामीणों की मदद से निकाला गया शव। जानें पूरी घटना और डैम की सुरक्षा चिंताएं।
बगोदर, खोज: बगोदर थाना क्षेत्र के खंभरा डैम में बीते सोमवार को डूबे खंभरा गांव के तुलेश्वर सिंह (55) का शव छठे दिन शनिवार को बरामद किया गया। तुलेश्वर के डूबने के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ था। शव मिलने के बाद गांव में मातम का माहौल है, और लोग डैम की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
सोमवार को डूबने की घटना
सोमवार की सुबह तुलेश्वर सिंह खंभरा डैम में नहाने के लिए गए थे। नहाने के दौरान अचानक वह गहरे पानी में चले गए और डूब गए। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत शोर मचाया, लेकिन उन्हें बचाने का कोई प्रयास सफल नहीं हुआ।
छह दिनों तक चला खोज अभियान
मंगलवार को स्थानीय गोताखोर और बेरमो से आए गोताखोरों ने उनकी तलाश शुरू की। एसडीएम संतोष कुमार गुप्ता की पहल पर एनडीआरएफ की 17 सदस्यीय टीम को बुलाया गया। टीम ने मंगलवार से लेकर शुक्रवार तक हर संभव प्रयास किया। डीप डाइविंग के साथ-साथ आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
शव के पानी में तैरने से हुआ पता
शनिवार की सुबह जब एनडीआरएफ टीम को खोज में सफलता नहीं मिली और वह लौट गई, तो दोपहर 12 बजे ग्रामीणों ने तुलेश्वर सिंह का शव पानी में तैरते देखा। ग्रामीणों ने तुरंत शव को बाहर निकाला और पुलिस को सूचित किया।
डैम से जुड़ा इतिहास और सुरक्षा चिंताएं
खंभरा डैम, जो क्षेत्र में सिंचाई और जल आपूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है, अपनी गहराई और अनियमित सुरक्षा व्यवस्था के कारण चर्चा में रहता है। यह डैम कई गांवों की जीवनरेखा है, लेकिन सुरक्षा उपायों की कमी स्थानीय निवासियों के लिए खतरा बन रही है।
ग्रामीणों की नाराजगी और प्रशासन की प्रतिक्रिया
शव मिलने के बाद स्थानीय निवासियों ने डैम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए। पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और प्रशासन से सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की मांग की। बगोदर-सरिया के एसडीएम संतोष गुप्ता, सीओ मुरारी नायक, और बीडीओ निशा कुमारी ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
तुलेश्वर सिंह के परिवार पर इस घटना से गहरा आघात हुआ है। शव मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शनिवार को ही तुलेश्वर सिंह का अंतिम संस्कार स्थानीय नदी किनारे किया गया।
डैम की सुरक्षा के लिए क्या हो सकता है उपाय?
विशेषज्ञों का मानना है कि डैम के आसपास चेतावनी बोर्ड, गार्ड की तैनाती, और गहरे पानी वाले क्षेत्रों को चिह्नित करना जरूरी है। साथ ही, तैराकी के दौरान सुरक्षा उपकरणों का उपयोग अनिवार्य किया जाना चाहिए।
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