Jamshedpur Shocking: शराब के नशे में व्यक्ति ने खुद पर किया हमला, हालत नाजुक
जमशेदपुर के दाईगुट्टू में नशे में विवाद के बाद मदन गोराई ने खुद का गला रेत लिया, स्थिति गंभीर होने पर टीएमएच अस्पताल रेफर किया गया। जानिए इस घटना की पूरी कहानी।
15 नवंबर 2024: जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के दाईगुट्टू इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां मदन गोराई नामक एक व्यक्ति ने शराब के नशे में खुद अपना गला रेत लिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। इस घटना ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया है। फिलहाल उसे टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
मदन की हालत गंभीर, अस्पताल में भर्ती
मदन गोराई एक रसोई का काम करने वाले व्यक्ति हैं, जो पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुके हैं। गुरुवार की रात मदन ने शराब के नशे में घर पर विवाद शुरू कर दिया। इसी बीच गुस्से में आकर उसने धारदार हथियार से खुद अपना गला रेत लिया।
परिजनों ने तुरंत ही उसे एमजीएम अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां स्थिति नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे टीएमएच अस्पताल रेफर कर दिया। उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
परिजनों का बयान: शराब से जुड़ा है विवाद का कारण
परिजनों के अनुसार, मदन गोराई हमेशा शराब पीने के बाद हिंसक और विवादित हो जाते थे। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया है। परिजनों का कहना है कि मदन का व्यवहार शराब के नशे में बहुत आक्रामक हो जाता है और वह खुद को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं।
घटना का विश्लेषण: नशे में बढ़ती हिंसा
झारखंड के जमशेदपुर में इस तरह की घटनाएं समाज में बढ़ते मानसिक स्वास्थ्य और नशे की समस्या को दर्शाती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, नशे में धुत्त लोग अक्सर अपना नियंत्रण खो देते हैं, जिससे हिंसक प्रवृत्तियों का उभार होता है। मदन की घटना उन कई मामलों का हिस्सा है जहां शराब के नशे में व्यक्ति खुद या दूसरों को नुकसान पहुंचा देता है।
यह घटना समाज में मानसिक स्वास्थ्य और नशा मुक्ति केंद्रों की आवश्यकता को उजागर करती है, ताकि इस तरह के मामलों में लोगों को उचित परामर्श और सहायता मिल सके।
शराब के खिलाफ परिवारों की जंग
मदन की घटना केवल एक व्यक्ति की कहानी नहीं है। देश के कई हिस्सों में शराब से जुड़े विवाद और आत्म-हानि की घटनाएं बढ़ रही हैं। परिवार के सदस्य बार-बार शराब की लत के खिलाफ संघर्ष करते हैं, परन्तु नशे में व्यक्ति का अपने ऊपर नियंत्रण खत्म हो जाता है।
जमशेदपुर की इस घटना से यह साफ होता है कि नशा न केवल व्यक्ति की सेहत के लिए, बल्कि उसके परिवार के लिए भी कितना हानिकारक है। मदन गोराई की स्थिति अभी भी गंभीर है, और परिवार की उम्मीदें इलाज से जुड़ी हैं। समाज में ऐसी घटनाएं एक चेतावनी हैं कि शराब की आदत किस प्रकार व्यक्ति और उसके आसपास के लोगों को प्रभावित करती है।
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