Jugsalaai Arrest: देसी पिस्टल के साथ दबोचे! जुगसलाई में एंटी क्राइम चेकिंग के दौरान दो बाइक सवार संदिग्ध गिरफ्तार, नाबालिग समेत दोनों किसी बड़ी वारदात की फिराक में थे, हथियार के नेटवर्क की जांच तेज
जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र में एंटी क्राइम चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो बाइक सवार संदिग्धों को एक देसी पिस्टल और जिंदा गोलियों के साथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार युवकों में एक नाबालिग है और दूसरा मो। रेहान है। पुलिस ने बताया कि वे किसी बड़ी आपराधिक वारदात की तैयारी में थे।
जमशेदपुर, जिसे टाटा जैसे औद्योगिक शहर के नाम से जाना जाता है, वहां अपराधियों का खुलेआम हथियार लेकर घूमना शहर की शांति और कानून व्यवस्था पर एक गंभीर सवाल खड़ा करता है। सिटी एसपी कुमार शिवाशीष के अनुसार, अपराधियों के बीच 'हथियार लेकर घूमने की प्रवृत्ति' उनकी मोडस ऑपरेंडी बन चुकी है। इसी पर नकेल कसने के लिए एसएसपी के निर्देश पर चलाए जा रहे एंटी क्राइम अभियान के तहत, जुगसलाई पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।
भारतीय इतिहास में शस्त्रागार और अवैध हथियारों का चलन हमेशा कानून के लिए एक सिरदर्द रहा है। अपराधियों का युवाओं और नाबालिगों को हथियार मुहैया कराकर आपराधिक गतिविधियों में शामिल करना, न केवल वर्तमान कानून व्यवस्था, बल्कि समाज के भविष्य के लिए भी खतरा है।
पार्वती घाट पर दबोचे गए संदिग्ध
शुक्रवार की रात जुगसलाई थाना पुलिस पार्वती घाट के पास एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान बाइक सवार दो युवकों पर पुलिस को शक हुआ।
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हथियार बरामद: जांच के दौरान दोनों युवकों के पास से एक देसी पिस्टल (Pistol), कई जिंदा गोलियां, दो मोबाइल फोन और वह बाइक बरामद की गई जिससे वे घटनास्थल पर पहुंचे थे।
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पहचान का खुलासा: गिरफ्तार युवकों में से एक नाबालिग है, जबकि दूसरे की पहचान बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के निवासी मो। रेहान के रूप में हुई है।
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आपराधिक इरादा: सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने प्रेस वार्ता में बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों संदिग्ध किसी गंभीर आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
हथियारों के नेटवर्क की होगी गहन जांच
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती हथियार के स्रोत का पता लगाना है।
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रिमांड पर पूछताछ: सिटी एसपी ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उन्हें यह हथियार किससे मिले और उनका उद्देश्य क्या था। इसके लिए दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जाएगी।
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मोडस ऑपरेंडी को तोड़ना: एसपी ने इस बात पर जोर दिया कि अवैध हथियारों के चलन पर रोक लगाना प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अपराधियों की 'हथियार लेकर घूमने की प्रवृत्ति' को हर हाल में तोड़ना आवश्यक है।
जमशेदपुर पुलिस की टीम शहर में असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने के लिए लगातार शहर के विभिन्न इलाकों में चेकिंग अभियान चला रही है। यह गिरफ्तारी उसी अभियान की एक बड़ी सफलता है।
आपकी राय में, युवाओं और नाबालिगों के बीच अवैध हथियारों की बढ़ती उपलब्धता को रोकने के लिए पुलिस और समाज को कौन से दो ठोस और व्यावहारिक कदम उठाने चाहिए?
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