जमशेदपुर के इंद्रजीत सिंह ने 14 लाख की साइबर ठगी की, CID ने किया गिरफ्तार
झारखंड के जमशेदपुर से 14 लाख रुपये की साइबर ठगी में शामिल इंद्रजीत सिंह गिरफ्तार। उसके पास से कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए। जानिए पूरी खबर।
जमशेदपुर, 20 सितंबर 2024 – झारखंड के अपराध अनुसंधान विभाग (CID) ने जमशेदपुर के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के लुआबासा घोड़ाबांधा तिलता बस्ती में रहने वाले इंद्रजीत सिंह को साइबर ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल, एक सिम कार्ड, एक लैपटॉप, चार पासबुक, चार चेकबुक, एक आधार कार्ड और एक पैन कार्ड जब्त किया है। यह गिरफ्तारी 1 अगस्त 2024 को दर्ज की गई शिकायत के आधार पर की गई है।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसे टेलीग्राम पर कुछ अज्ञात मोबाइल नंबरों से संपर्क किया गया था। इन नंबरों के जरिए उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग से जुड़ी जानकारी दी गई। बाद में एक अन्य टेलीग्राम प्रोफाइल से उसे एक वेबसाइट का लिंक भेजा गया। इस लिंक पर जाकर उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में पैसे डालने के लिए कहा गया।
शुरुआत में, ठगों ने उसके खाते में कुछ पैसे डालकर उसका भरोसा जीता। लेकिन बाद में, उन्होंने अचानक पैसे डालना बंद कर दिया और इस तरह 14 लाख 15 हजार 407 रुपये की साइबर ठगी कर ली।
जांच में पता चला कि इस मामले में इंद्रजीत सिंह के नाम पर वैल्यूम्ड एडु प्राइवेट लिमिटेड नामक फर्म का खाता इंडसइंड बैंक में है। इस खाते में एक ही दिन में 1.50 करोड़ रुपये जमा किए गए थे।
इस बैंक खाते के खिलाफ भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर कुल 27 शिकायतें दर्ज हैं। ये शिकायतें हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, केरल और कर्नाटका जैसे राज्यों से आई हैं।
CID की टीम ने इंद्रजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और अब मामले की गहन जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की साइबर ठगी में कई और लोग भी शामिल हो सकते हैं।
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध लिंक या मैसेज पर क्लिक न करें और किसी भी अज्ञात व्यक्ति के साथ अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी साझा न करें।
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