क्या जमशेदपुर पुलिस ने पकड़ा साइबर ठग गिरोह का मास्टरमाइंड?

जमशेदपुर पुलिस ने साइबर ठग गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया, मुख्य सरगना अब भी फरार। छापेमारी में 13 मोबाइल, लैपटॉप और अन्य उपकरण जब्त।

Jun 23, 2024 - 16:22
क्या जमशेदपुर पुलिस ने पकड़ा साइबर ठग गिरोह का मास्टरमाइंड?

जमशेदपुर पुलिस ने गोलमुरी मुस्लिम बस्ती में साइबर ठग गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में अमरीक सिंह उर्फ रिंकू, विवेक गुप्ता, तनुप दास, गौरव चौधरी, मनीष चौधरी, संदीप राम, और प्रवीण चौधरी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से 13 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, 7 लैपटॉप चार्जर, 1 स्वीप मशीन और 13 एटीएम कार्ड जब्त किए हैं।

इस गिरोह का मुख्य सरगना सौरभ सिन्हा और साइबर क्राइम के लिए जगह उपलब्ध कराने वाला रमीज रजा खान अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है।

छापेमारी का सफल अभियान

एसएसपी किशोर कौशल को गुप्त सूचना मिली थी कि गोलमुरी में साइबर ठगी का काम चल रहा है। सूचना पर बिष्टुपुर थाना में रमीज रजा खान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके बाद बिष्टुपुर थाना प्रभारी उमेश ठाकुर और गोलमुरी पुलिस ने संयुक्त रूप से मुस्लिम बस्ती स्थित रमीज रजा खान के घर छापेमारी की। मौके पर पुलिस ने सातों आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया और साइबर ठगी में इस्तेमाल होने वाले कई सामान भी जब्त किए।

गिरोह का तरीका और मंशा


गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि कुछ माह पूर्व ही जमशेदपुर से साइबर क्राइम की शुरुआत की है। रमीज रजा खान के घर पर ठगी का काम चलता था। सभी को यहां रहने के लिए फ्लैट भी दिया गया था और इसके लिए सौरभ 40 हजार रुपये प्रतिमाह दिया करता था। इसके अलावा जितने रुपये ठगे जाते थे, उसके बदले कमीशन भी मिलता था।

गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि साइबर ठगी के लिए वे विदेशी लोगों को निशाना बनाते थे, खासकर लंदन के लोगों को। वे शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक इस काम को अंजाम देते थे। इसके लिए अमरीक सिंह विदेशियों का डेटा उपलब्ध कराता था। लोग इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से संपर्क में आते थे और फिर रिमोट कंट्रोल ऐप एनी डेस्क और स्पेयर पार्टस ऐप से उनके मोबाइल क्लोन कर लेते थे। इसके अलावा क्रिप्टो करेंसी और वेस्टर्न यूनियन मनी ग्राम के माध्यम से भी ठगी की जाती थी। अब तक करोड़ों रुपये की ठगी की जा चुकी है।

पुलिस की भविष्य की योजना

जमशेदपुर पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है और अब गिरोह के मुख्य सरगना सौरभ सिन्हा और रमीज रजा खान की तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

FAQs

1. जमशेदपुर पुलिस ने कितने साइबर ठगों को गिरफ्तार किया?

  • पुलिस ने 7 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है।

2. मुख्य सरगना कौन है और वह कहां है?

  • मुख्य सरगना सौरभ सिन्हा है, जो अब भी फरार है।

3. गिरफ्तार आरोपियों के पास से क्या-क्या बरामद हुआ है?

  • पुलिस ने 13 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, 7 लैपटॉप चार्जर, 1 स्वीप मशीन और 13 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।

4. साइबर ठगी का तरीका क्या था?

  • ठग विदेशी लोगों को निशाना बनाकर रिमोट कंट्रोल ऐप्स से उनके मोबाइल क्लोन करते थे और क्रिप्टो करेंसी व वेस्टर्न यूनियन मनी ग्राम के माध्यम से ठगी करते थे।
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