Jadugoda रहस्य: ईंट भट्ठा में मजदूरी कर रही युवती की रहस्यमयी मौत, परिवार ने लगाए गंभीर आरोप
जादूगोड़ा के मुर्गागुटु स्थित ईंट भट्ठा में काम कर रही सविता सरदार की रहस्यमयी मौत से इलाके में सनसनी। परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, विधायक से न्याय की गुहार।

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के जादूगोड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत मुर्गागुटु गांव में एक युवती की रहस्यमयी मौत ने सबको चौंका दिया है। कोवाली थाना क्षेत्र के चाकड़ी गांव की रहने वाली सविता सरदार (30 वर्ष) की लाश शुक्रवार रात ईंट भट्ठे के समीप संदिग्ध हालात में मिली, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
परिवार वालों का आरोप है कि सविता की मौत सामान्य नहीं बल्कि एक गहरी साजिश का नतीजा है। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कहां और कैसे हुई घटना?
मृतका के छोटे भाई प्राणबल्लव सरदार के अनुसार, सविता दिसंबर महीने से मुर्गागुटु स्थित किंग ईंट भट्ठा में काम कर रही थी। वह गांव की अन्य युवतियों के साथ वहां मजदूरी करती थी और भट्ठा के सामने एक कमरे में रहती थी।
शुक्रवार रात अचानक जादूगोड़ा थाना से फोन आता है कि उसकी बहन का शव बरामद हुआ है। जब परिजन मौके पर पहुंचे, तो देखा कि भट्ठा से करीब 100 मीटर दूर सविता का शव अर्धनग्न अवस्था में पड़ा था। भाई ने स्पष्ट आरोप लगाया कि यह केवल एक हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित घटना है। उनके अनुसार, बहन की हत्या कर शव को वहां फेंका गया है।
परिजनों ने विधायक से की न्याय की मांग
रविवार को मृतका के परिजन पोटका विधायक संजीव सरदार से मिले और पूरे मामले की जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने दो टूक कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वे शव को स्वीकार नहीं करेंगे।
विधायक ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी, मुसाबनी डीएसपी और जादूगोड़ा थाना प्रभारी से बातचीत की और मामले की तत्काल जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।
झारखंड में ईंट भट्ठों की स्थिति और श्रमिकों की सुरक्षा पर सवाल
झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में ईंट भट्ठों में काम करने वाली महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा को लेकर यह कोई पहला मामला नहीं है। अक्सर इन स्थलों पर असंगठित श्रम, निगरानी की कमी और कानूनी लापरवाही की खबरें सामने आती हैं। सविता सरदार की घटना ने एक बार फिर इन मुद्दों को सामने ला दिया है।
भट्ठा मालिकों की तरफ से सुरक्षा मानकों की अनदेखी, ठहरने की उचित व्यवस्था का अभाव और महिला श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही जैसे कई सवाल खड़े हो चुके हैं।
अब आगे क्या?
जादूगोड़ा थाना पुलिस ने ‘अस्वाभाविक मौत’ का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, परिजन लगातार प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं कि मामले की तेजी से जांच हो और सच्चाई सामने लाई जाए।
सविता सरदार की मौत न केवल एक परिवार की व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह झारखंड के श्रम तंत्र, महिला सुरक्षा और सामाजिक जवाबदेही पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है। यह बेहद जरूरी हो गया है कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए और मजदूरों, खासकर महिला श्रमिकों के लिए कार्यस्थलों पर सुरक्षित माहौल सुनिश्चित किया जाए।
इस घटना की निष्पक्ष जांच न केवल सविता को न्याय दिलाने की दिशा में कदम होगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने का माध्यम भी बनेगा।
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