Indigo Crisis: यात्रियों के लिए बड़ी खबर, उड़ानें रद्द होने पर मिलेगा 10,000 रुपये का मुआवजा
10 दिन के संकट से जूझ रही इंडिगो ने बड़ा ऐलान किया। 3 से 5 दिसंबर के बीच प्रभावित यात्रियों को 10,000 रुपये का यात्रा वाउचर मिलेगा। जानिए हवाई अड्डे पर घंटों फंसे रहे यात्रियों को क्यों दी जा रही यह राशि। सरकार ने इंडिगो को क्या निर्देश दिए।
नई दिल्ली, 11 दिसंबर 2025 – पिछले 10 दिनों से परिचालन संकट से जूझ रही देश की सबसे बड़ी विमान सेवा इंडिगो ने गुरुवार को एक बड़ा ऐलान किया है। उड़ान रद्द होने या यात्रा में भारी देरी से बुरी तरह प्रभावित यात्रियों के लिए कंपनी ने मुआवजे की घोषणा की है। यह फैसला विमानन कंपनी पर बढ़ते नियामक दबाव और यात्री असंतोष के बीच आया है।
10,000 रुपये का यात्रा वाउचर मिलेगा
इंडिगो ने स्पष्ट किया है कि यह मुआवजा विशेष रूप से 3 से 5 दिसंबर के दौरान प्रभावित यात्रियों के लिए है, जब परिचालन सबसे ज्यादा अस्त-व्यस्त था।
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कर्मी की कमी: विमान सेवा ने कहा कि पायलट और कर्मी की कमी के कारण हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ के बीच जो ग्राहक घंटों फंसे रहे, उन्हें 10,000 रुपये के यात्रा प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
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12 महीने तक इस्तेमाल: इन प्रमाण पत्रों का उपयोग अगले 12 महीनों के दौरान इंडिगो की किसी भी यात्रा के लिए किया जा सकेगा।
कंपनी ने अपने बयान में खेद प्रकट करते हुए कहा कि 3, 4 और 5 दिसंबर को यात्रा करने वाले उसके कुछ ग्राहक कई घंटों तक कुछ हवाई अड्डों पर फंसे रहे।
नियामक दबाव और सरकारी निर्देश
इंडिगो पर परिचालन को स्थिर करने के लिए नियामक दबाव बढ़ रहा है। नागरिक विमानन महानिदेशालय के निर्देश पर, इंडिगो को अपनी शीतकालीन उड़ानों में 10 प्रतिशत की कटौती करने का निर्देश दिया गया है। यह इसलिए किया गया ताकि विमान सेवा रद्द होने वाली उड़ानों की संख्या को कम कर सके, जो पाँच दिसंबर को 1,600 तक पहुँच गई थी।
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अतिरिक्त मुआवजा: यह 10,000 का प्रमाण पत्र महानिदेशालय के मानदंडों के तहत उड़ान रद्द होने पर यात्रियों को दी जाने वाली सरकारी राशि (5,000 रुपये से 10,000 रुपये) के अलावा है।
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मुख्य कार्यकारी अधिकारी को तलब: महानिदेशालय ने गुरुवार को संकटग्रस्त इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर एल्बर्स को भी हाल में हुई परिचालन संबंधी बाधाओं पर आँकड़ों और ताज़ा जानकारी सहित एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए तलब किया है।
इंडिगो के अध्यक्ष विक्रम मेहता ने भी बुधवार को इस संकट पर पहली बार बात की और हवाई अड्डे पर हुई अव्यवस्था के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि यह बाधा भीतरी और बाहरी अप्रत्याशित घटनाओं के संयोजन के कारण हुई थी।
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