IED Blast: LOC के पास शहीद हुआ झारखंड का लाल, 5 अप्रैल को होनी थी शादी
झारखंड के हजारीबाग का सरदार करमजीत सिंह बक्शी, जो LOC पर तैनात थे, IED ब्लास्ट में शहीद हो गए। पांच अप्रैल को होने वाली थी उनकी शादी, जानें इस दिल दहलाने वाली घटना की पूरी कहानी।
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रांची (विक्की प्रसाद): एक दिल दहलाने वाली घटना ने झारखंड के हजारीबाग जिले को शोक में डुबो दिया है। नियंत्रण रेखा (LOC) के पास जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में मंगलवार को हुए IED ब्लास्ट में झारखंड के शहीद सपूत, कैप्टन सरदार करमजीत सिंह बक्शी शहीद हो गए। इस घटना में दो अन्य सैन्यकर्मी भी शहीद हो गए, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया।
यह घटना न केवल सेना के लिए एक बड़ा नुकसान है, बल्कि उनके परिवार और दोस्तों के लिए भी अत्यंत दुःख का कारण बन गई है। खासकर इस समय, जब कैप्टन करमजीत की शादी पांच अप्रैल को होने वाली थी। अब यह दुखद समाचार उनके परिवार के लिए एक गहरी चुप्पी और शोक का कारण बन चुका है।
5 अप्रैल को होने वाली थी शादी, परिवार में छाया शोक
कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी अपने घर के बड़े बेटे थे। हजारीबाग के जुलू पार्क के पास उनका परिवार रहता है, और उनकी शादी की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही थीं। 5 अप्रैल को उनकी शादी की तारीख तय थी, लेकिन इससे पहले ही एक आतंकी हमले ने उनका जीवन छीन लिया।
उनका परिवार हजारीबाग में एक क्वालिटी रेस्टोरेंट संचालित करता है, और पूरे शहर में उनकी शादी की तैयारियों को लेकर खुशी का माहौल था। लेकिन अब यह खुशी दुख और शोक में बदल गई है।
IED ब्लास्ट और कैप्टन करमजीत की शहादत
घटना की जानकारी के अनुसार, कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी अखनूर के एलओसी पर तैनात थे। उनकी टोली के जवान भट्टल इलाके में गश्त कर रहे थे, जब आतंकियों ने IED ब्लास्ट कर दिया। इस धमाके में कैप्टन करमजीत सहित तीन सैन्यकर्मी घायल हो गए थे। सभी को अस्पताल भेजा गया, लेकिन बाद में शहीद होने की खबर आई।
यह एक और दुखद सच्चाई है कि देश की रक्षा करते हुए हमारे वीर सैनिकों को इस तरह की घटनाओं का शिकार होना पड़ता है।
10 दिन पहले गए थे ड्यूटी पर
कैप्टन सरदार करमजीत सिंह बक्शी कुछ दिन पहले ही अपने घर हजारीबाग आए थे। वे शादी की तैयारियों में व्यस्त थे और परिवार के साथ समय बिता रहे थे। 10 दिन पहले ही वे अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए वापस जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर गए थे। उनके जाने के बाद, इस शहादत ने पूरे हजारीबाग जिले को गहरे शोक में डुबो दिया है।
एक वीर सैनिक का संघर्ष और शहादत
यह घटना केवल एक परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक अत्यंत दर्दनाक और भावनात्मक अनुभव है। कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी ने अपनी शहादत के द्वारा देश की सेवा की। उनका जीवन एक प्रेरणा है और उनकी शहादत का सम्मान हम सभी को हमेशा रहेगा।
उनकी शादी की खुशियाँ अब अजनबी सी लग रही हैं, लेकिन उनका बलिदान देशवासियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेगा।
संक्षिप्त इतिहास:
झारखंड के हजारीबाग के रहने वाले कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी भारतीय सेना के एक बहादुर अधिकारी थे। उन्होंने देश की रक्षा में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए कई महत्वपूर्ण मिशनों को अंजाम दिया। उनकी शहादत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हमारे सैनिक अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए हर चुनौती का सामना करते हैं।
कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी की शहादत ने न केवल उनके परिवार, बल्कि देशभर के नागरिकों को दुखी कर दिया है। उनकी वीरता और बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। हम सब उनके योगदान को हमेशा याद करेंगे और देश की सेवा में उनका योगदान अनमोल रहेगा।
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