Jamshedpur Accident: टाटानगर स्टेशन से लौटते वक्त हुआ दर्दनाक हादसा, पिता-पुत्री की मौत, बेटा गंभीर घायल!
जमशेदपुर के जेम्को में हुआ एक भयंकर सड़क हादसा, जिसमें स्कूटी सवार पिता और बेटी की मौत हो गई। जानिए इस दुखद घटना की पूरी जानकारी और दुर्घटना के कारण।

जमशेदपुर (Jamshedpur) के टेल्को थाना क्षेत्र में स्थित जेम्को (Jemco) में मंगलवार रात एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। एक बड़ा वाहन स्कूटी को टक्कर मारता हुआ फरार हो गया, जिससे पिता और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना रात के समय लगभग 1 बजे की है, जब एक परिवार अपने घर लौट रहा था, और किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह रात उनके लिए एक बदकिस्मत घटना साबित होगी।
पिता और बेटी का दुखद निधन: एक सपना टूट गया
इस दुखद घटना में मृतकों में कृष्णा कुमार शर्मा (38) और उनकी बेटी अंजलि कुमारी (19) शामिल हैं। कृष्णा कुमार परसुडीह थाना क्षेत्र के बारीगोड़ा जनता पथ के निवासी थे और जोजोबेड़ा स्थित सीमेंट फैक्ट्री में कार्यरत थे। उनकी बेटी अंजलि कुमारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी और उसे रांची में आयोजित एमटीएस (MTS) परीक्षा में शामिल होना था।
अंजलि को परीक्षा के लिए टाटानगर स्टेशन छोड़ने के लिए कृष्णा कुमार अपने बेटे विक्की के साथ रात 1 बजे के आसपास निकले थे। उनका मकसद था कि वे अपनी बेटी को क्रियायोग एक्सप्रेस पकड़वाएं। हालांकि, ट्रेन छूट गई और तीनों वापस अपने घर लौटने के दौरान यह हादसा हुआ। इस दौरान अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी।
घटना के बाद का दर्दनाक मंजर
टक्कर के बाद घायलों को तत्काल एमजीएम अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद कृष्णा कुमार और उनकी बेटी अंजलि को मृत घोषित कर दिया। वहीं, बेटे विक्की कुमार (18) को पैर में गंभीर चोटें आईं, और उनका इलाज जारी है। विक्की, जो कि अभी 9वीं कक्षा का छात्र है, को इस हादसे ने गहरे मानसिक और शारीरिक आघात दिया है।
घटना के बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में पिता और बेटी की मृत्यु से कोहराम मच गया है। परिवार के सदस्य लगातार रोते-रोते दुख से टूट गए हैं, और आसपास के लोग भी इस दुखद घटना से शोकसंतप्त हैं।
परिवार के संघर्ष की कहानी
कृष्णा कुमार और उनका परिवार किसी सुखी जीवन की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन इस हादसे ने उनके सारे सपनों को चकनाचूर कर दिया। अंजलि की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और उसके भविष्य के बड़े सपने अब खत्म हो गए हैं। वहीं विक्की के लिए भी यह घटना उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा संघर्ष साबित हुई है। वह भविष्य में एक उज्जवल करियर की ओर बढ़ रहा था, लेकिन इस हादसे ने उसकी जिंदगी में एक नया मोड़ लिया है।
ट्रैफिक सुरक्षा पर सवाल: क्या हो रहा है सख्त कदमों का इंतजार?
इस तरह के हादसे हमें ट्रैफिक सुरक्षा के बारे में सोचने पर मजबूर करते हैं। क्या हम अपनी सड़कों पर सुरक्षा के उपायों को सख्त करने के लिए सही कदम उठा रहे हैं? क्या अज्ञात वाहन चालक को पकड़ने के लिए पुलिस अधिक सक्रिय नहीं होनी चाहिए? इन सवालों का जवाब ढूंढने की आवश्यकता है।
कृष्णा कुमार और अंजलि की यादें: परिवार की आवाजाही का अंतिम अध्याय
कृष्णा कुमार और अंजलि की मौत ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे समाज को गहरे दुख में डाल दिया है। इस हादसे के बाद उनका परिवार भावनात्मक रूप से टूट चुका है। उनके पास कोई शब्द नहीं हैं, बस शोक और गहरी मायूसी का आलम है। इस घटना ने हमें यह भी समझाया कि जीवन कितना अप्रत्याशित और नाजुक है।
क्या इस हादसे के बाद परिवार को न्याय मिलेगा?
जैसे ही पुलिस को इस हादसे के बारे में पता चला, उन्होंने जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या इस हादसे में शामिल वाहन चालक को पकड़ने में सफलता मिलेगी? क्या पुलिस इस मामले में सख्त कदम उठाएगी? ये सभी सवाल अब चर्चा का विषय बन गए हैं।
यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत दुख है, बल्कि एक गंभीर संदेश भी देती है कि सड़क सुरक्षा को लेकर हमें सजग और सतर्क रहना चाहिए, ताकि ऐसे हादसे फिर से न हों।
जमशेदपुर के जेम्को में हुए इस दर्दनाक हादसे ने एक परिवार की पूरी दुनिया को बदल दिया। पिता और बेटी की मौत के बाद उनके परिवार को गहरे मानसिक आघात का सामना करना पड़ा है। इस घटना ने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों पर फिर से सवाल खड़ा किया है।
What's Your Reaction?






