तेज रफ्तार बालू लदा हाईवा पेड़ से टकराया! ड्राइवर गंभीर रूप से घायल, अवैध बालू ढुलाई का खुलासा

चक्रधरपुर-सोनुआ सड़क पर बालू लदा हाईवा तेज रफ्तार से अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराया। ड्राइवर गंभीर रूप से घायल। अवैध बालू ढुलाई का खुलासा। जानिए पूरी खबर।

Sep 5, 2024 - 14:08
Sep 5, 2024 - 14:21
तेज रफ्तार बालू लदा हाईवा पेड़ से टकराया! ड्राइवर गंभीर रूप से घायल, अवैध बालू ढुलाई का खुलासा
तेज रफ्तार बालू लदा हाईवा पेड़ से टकराया! ड्राइवर गंभीर रूप से घायल, अवैध बालू ढुलाई का खुलासा

चक्रधरपुर: तेज रफ्तार हाईवा पेड़ से टकराया, ड्राइवर गंभीर रूप से घायल

चक्रधरपुर: चक्रधरपुर-सोनुआ-गोईलकेरा मुख्य सड़क पर बीती रात एक बड़ा हादसा हुआ। चांदीपोस के पास बालू लदा एक तेज रफ्तार हाईवा अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराया। इस हादसे में हाईवा का ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी गई है।

बालू लदा हाईवा बिना चालान के

जानकारी के अनुसार, यह हाईवा वाहन चक्रधरपुर का है और वाहन के साथ बालू का चालान नहीं था। इससे अवैध बालू ढुलाई की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि पश्चिमी सिंहभूम के गोईलकेरा और गुदड़ी क्षेत्र से बालू का अवैध उठाव किया जा रहा है, जो एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) की रोक के बावजूद जारी है।

अवैध बालू ढुलाई का खुलासा

इस क्षेत्र से अवैध बालू को रात के अंधेरे में हाईवा और अन्य भारी वाहनों से चक्रधरपुर, सोनुआ और गोईलकेरा तक पहुंचाया जाता है। बालू माफिया इस रास्ते का उपयोग कर शहर तक बालू पहुंचा रहे हैं, लेकिन खनन विभाग इसे रोकने में नाकाम हो रहा है।

हादसों का कारण बन रहे हैं तेज रफ्तार वाहन

रात के अंधेरे में अवैध बालू लदे वाहनों की तेज रफ्तार से दुर्घटनाएं होती रहती हैं। पुलिस भी इस अवैध ढुलाई को रोकने में असफल हो रही है, जिससे हादसे और अवैध कारोबार दोनों ही बढ़ रहे हैं।

पुलिस की जांच जारी

घटना के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल हादसे में घायल ड्राइवर का इलाज चल रहा है। पुलिस अवैध बालू ढुलाई और इस हादसे के पीछे के कारणों की जांच कर रही है। लेकिन अब तक अवैध बालू कारोबार पर रोक लगाने में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ रही है।

यह घटना बताती है कि अवैध बालू कारोबार और लापरवाही से हो रहे तेज रफ्तार हादसों पर रोक लगाना आवश्यक है।