Giridih Robbery Incident : व्यवसायी से मारपीट कर उचक्कों ने की 1.30 लाख रुपये की छिनतई!
Giridih में व्यवसायी पर जानलेवा हमला, बदमाशों ने 1.30 लाख रुपये और सोने का चैन लूटा। क्या है पूरी घटना? पढ़ें रिपोर्ट।
गिरिडीह, जहां एक और व्यवसायी को अपराधियों के हाथों लूटा गया, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठने लगे हैं। सरिया स्थित विवेकानंद मोड़ पर रविवार रात एक नृशंस घटना ने सबको हैरान कर दिया। धान व्यवसायी संदीप जैन उर्फ मुन्ना जैन पर हमला करने के बाद बदमाशों ने 1.30 लाख रुपये लूट लिए, साथ ही गले से सोने की चैन भी छीन ली। यह घटना फिर एक बार यह साबित करती है कि गिरिडीह में अपराधी अब पुलिस के डर से बेखौफ हो चुके हैं।
क्या था पूरा मामला?
घटना की शुरुआत विवेकानंद चौक से हुई, जहां एक टेंपो में धान लादकर व्यवसायी संदीप जैन सरिया से बिरनी जा रहे थे। अचानक टेंपो की रस्सी टूटने से कुछ बोरी धान सड़क पर गिर गई, जिसके बाद नशे में धुत एक युवक गाड़ी चालक से झगड़ने लगा। इस झगड़े को शांत करने के प्रयास में व्यवसायी संदीप जैन भी पहुंचे, लेकिन मामला हाथापाई में बदल गया। इसी दौरान युवक के आधा दर्जन साथियों ने आकर व्यवसायी पर हमला बोल दिया।
बदमाशों ने संदीप जैन के सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें मारीं। इसके बाद उन्होंने व्यवसायी से 1.30 लाख रुपये और गले से सोने का चैन लूट लिया। घटना के बाद संदीप जैन को तत्काल हजारीबाग सदर अस्पताल भेजा गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया।
चैंबर ऑफ कॉमर्स ने किया विरोध, प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव संजय मोदी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अपराधियों में अब पुलिस या प्रशासन का कोई डर नहीं रह गया है। इससे पहले भी संदीप जैन के ही इलाके के व्यवसायी मनोज मोदी के साथ अपराधियों ने दुकान में घुसकर मारपीट की थी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन 48 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करता है, तो सरिया बाजार के सभी व्यवसायी अनिश्चितकाल के लिए अपने प्रतिष्ठान बंद कर देंगे।
थाना प्रभारी का बयान: कार्रवाई का भरोसा दिलाया
घटना के बाद थाना प्रभारी आलोक सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष की ओर से अभी तक कोई लिखित जानकारी नहीं दी गई है। जैसे ही लिखित जानकारी प्राप्त होती है, आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अनुमंडल पुलिस अधिकारी धनंजय कुमार राम ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया, लेकिन सभी अपराधी फरार हो गए थे। उन्होंने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
क्या गिरिडीह में अपराधियों के हौसले अब और मजबूत हो गए हैं?
यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि क्या गिरिडीह में अपराधियों के हौसले अब पुलिस प्रशासन के नियंत्रण से बाहर हो गए हैं? क्या प्रशासन को ऐसे अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है? वहीं दूसरी ओर, चैंबर ऑफ कॉमर्स की चेतावनी प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है, जिससे पूरे बाजार की स्थिति प्रभावित हो सकती है।
यह घटना गिरिडीह में बढ़ते अपराध और प्रशासन की निष्क्रियता को दर्शाती है, और यह देखना होगा कि क्या प्रशासन समय रहते इस मामले में सुधार कर पाता है।
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