Giridih Clash: गिरिडीह के दलिया गांव में खदान कर्मियों और ग्रामीणों में विवाद से गोलीबारी हुई, सुरेश महतो समेत 8 लोग घायल हुए
झारखंड के गिरिडीह जिले के दलिया गांव में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई। खदान कर्मियों और ग्रामीणों के बीच विवाद ने गोलीबारी और पत्थरबाजी का रूप लिया। चचघरा निवासी सुरेश महतो की मौके पर ही मौत हुई और 6 से अधिक लोग गंभीर घायल हुए। माइंस संचालक लगातार ग्रामीणों को डरा-धमका रहा था। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, जानिए इस हिंसक वारदात के पीछे की पूरी कहानी।
जमशेदपुर/गिरिडीह, 11 नवंबर 2025 – झारखंड में संसाधनों और जमीन पर कब्जे को लेकर ग्रामीणों और खदान संचालकों के बीच जारी विवाद ने आज एक खून खराबे का मोड़ ले लिया। गिरिडीह जिले के जमुआ थाना क्षेत्र स्थित दलिया गांव में सोमवार को दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में गोलीबारी तक की घटनाएं सामने आईं, जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि छह से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतक की पहचान चचघरा निवासी सुरेश महतो के रूप में हुई है। सवाल यह है कि क्या माइंस संचालक की लगातार धमकियों ने ही इस हिंसक विवाद को जन्म दिया, और गोलियां किसने चलाईं जिससे एक ग्रामीण की जान चली गई?
खदान कर्मी बनाम ग्रामीण: कहां से शुरू हुआ विवाद
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, इस हिंसक घटना का मूल कारण खदान कर्मियों और आसपास के ग्रामीणों के बीच लगातार चल रहा तनाव था।
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विवाद का केंद्र: ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि माइंस संचालक द्वारा लगातार ग्रामीणों को डराया और धमकाया जाता था।
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मुख्य समस्या: रास्ते में आने-जाने के दौरान जानबूझकर विवाद खड़ा किया जाता था। यह तनाव सोमवार को एक हिंसक विस्फोट में बदल गया।
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हिंसक मोड़: ग्रामीणों के अनुसार, मामूली मारपीट से शुरू हुआ यह विवाद देखते ही देखते हिंसक रूप ले गया, जिसमें गोलीबारी और पत्थरबाजी शुरू हो गई।
मौके पर गोलीबारी: एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत
गोलीबारी की इस घटना ने इलाके में दहशत फैला दी। इस झड़प में एक ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई।
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मृतक: चचघरा निवासी सुरेश महतो ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
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घायल: इस हिंसक झड़प में छह से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जमुआ अस्पताल के चिकित्सक और घायल के पिता ने पुष्टि की कि एक ग्रामीण को पैर में गोली लगी है। सभी घायलों का इलाज कराया जा रहा है।
पुलिस ने जांच शुरू की: गोली चलने की सच्चाई क्या है
घटना की सूचना मिलते ही जमुआ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
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जांच जारी: पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
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मुख्य उद्देश्य: पुलिस का मुख्य उद्देश्य गोली किसने चलाई, किस कारण चलाई, और इस हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है, इसका पता लगाना है।
यह घटना खनन क्षेत्रों में चल रहे भूमि विवादों और स्थानीय लोगों के अधिकारों की उपेक्षा का एक गंभीर उदाहरण पेश करती है। प्रशासन को इस तनाव को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे।
जमशेदपुर की घटना:
इस बीच, जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र की हिंदू बस्ती में सोमवार देर रात एक हॉलसेल रेडिमेड कपड़ा दुकान में भीषण आग लगने से लाखों का सामान जलकर राख हो गया। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है।
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