Baharagora Suicide : 9वीं की छात्रा नंदिनी ने फांसी लगाई! स्कूल न जाने का वो गहरा राज खुला, जिसने पूरे इलाके को झकझोर दिया !
क्या स्कूल से जुड़ा था नंदिनी नायक की आत्महत्या का गहरा राज? बहरागोड़ा के आड़ंग गाँव में 17 साल की किशोरी ने जब परिवार बाहर गया था, तब घर की रेलिंग से फांसी क्यों लगा ली? पुलिस की गहन जांच में क्या निकलकर सामने आया है वो सच, जिसने पूरे इलाके में मातम पसार दिया? पूरी हृदय विदारक घटना और उसके पीछे की अनसुलझी वजह जानें!
बहरागोड़ा, 28 अक्टूबर 2025 – पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड के बरसोल थाना क्षेत्र स्थित सांड्रा पंचायत के शांत से आड़ंग गाँव में आज एक ऐसी हृदय विदारक घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। गाँव की एक 17 वर्षीय किशोरी, नंदिनी नायक, ने घर के अंदर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
जिस समय यह घटना घटी, उस समय नंदिनी के घर के सभी सदस्य किसी काम से बाहर गए हुए थे। इसी अकेलेपन का फायदा उठाकर नंदिनी ने एक साड़ी का फंदा बनाया और घर की लोहे की रेलिंग से लटककर खुदकुशी कर ली।
एडमिशन के बावजूद स्कूल से दूरी: क्या यह था आत्महत्या का संकेत?
नंदिनी ने हाल ही में कक्षा 9 में एडमिशन लिया था, लेकिन परिवारजनों ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। मृतका की माता आरती नायक के अनुसार, एडमिशन लेने के बावजूद नंदिनी नियमित रूप से स्कूल नहीं जा रही थी।
सवाल यह उठता है कि क्या स्कूल न जाने के पीछे कोई ऐसी बड़ी वजह थी, जिसने उसे गहरे तनाव में धकेल दिया? शिक्षा की कमी या स्कूल से जुड़ी किसी तरह की परेशानी अक्सर किशोरों में मानसिक तनाव का कारण बनती है, और इस मामले में नंदिनी का स्कूल से लगातार गैरहाजिर रहना एक बड़ा अनसुलझा सवाल है।
जब माँ ने देखा यह दर्दनाक नजारा
जब माता आरती नायक घर लौटीं, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने अपनी बेटी को फंदे से लटका हुआ पाया। यह मंजर किसी भी माँ के लिए जीवनभर का सदमा है। उन्होंने तत्काल बरसोल थाना पुलिस को सूचित किया।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया, पंचनामा किया और आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए घाटशिला भेज दिया।
पुलिस की गहन जांच: क्या सामने आएगा आत्महत्या का राज?
बरसोल थाना पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस का मुख्य ध्यान अब इस बात पर है कि छात्रा ने इतना बड़ा और अंतिम कदम किन वजहों से उठाया।
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मानसिक स्वास्थ्य: क्या नंदिनी मानसिक तनाव या डिप्रेशन से जूझ रही थी?
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घरेलू कारण: क्या घर में किसी तरह का विवाद या दबाव था, जिसके कारण उसने हार मान ली?
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स्कूल या सोशल प्रेशर: क्या स्कूल या दोस्तों के बीच किसी तरह का दबाव था, जो उसे परेशान कर रहा था?
इतिहास गवाह है कि भारत में किशोरों के बीच बढ़ती आत्महत्या की घटनाएं अक्सर शिक्षा, सामाजिक दबाव या मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी होती हैं। पुलिस की यह जांच न केवल नंदिनी की मौत के कारणों का पता लगाएगी, बल्कि गाँव और क्षेत्र के अन्य बच्चों के लिए भी एक चेतावनी सबक बन सकती है। इस दुखद घटना से पूरे आड़ंग गाँव में गहरा मातम और संवेदना पसरी हुई है।
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