क्या आप जानते हैं? फल-सब्जियों पर लगे स्टिकर आपकी सेहत के लिए हो सकते हैं खतरनाक!

फल-सब्जियों पर लगे स्टिकर आपके स्वास्थ्य के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं? जानें कैसे स्टिकर से निकलने वाले केमिकल आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

Aug 2, 2024 - 11:57
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क्या आप जानते हैं? फल-सब्जियों पर लगे स्टिकर आपकी सेहत के लिए हो सकते हैं खतरनाक!
क्या आप जानते हैं? फल-सब्जियों पर लगे स्टिकर आपकी सेहत के लिए हो सकते हैं खतरनाक!

आजकल ज्यादातर दुकानों में फलों और सब्जियों पर स्टिकर लगे हुए दिखाई देते हैं। इन स्टिकरों पर उत्पाद के बारे में जानकारी होती है, जैसे कि यह कहां से आया है, इसकी क्वालिटी कैसी है और इसकी कीमत कितनी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फल-सब्जियों पर चिपके ये स्टिकर आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं?

भारत में तो कई बार दुकानदार अपने सामान को अच्छा दिखाने और उस पर लगे खराब धब्बों को छिपाने के लिए स्टिकर चिपका देते हैं। इन स्टिकरों को चिपकाने के लिए बहुत सारा गोंद इस्तेमाल होता है, जिसमें कई बार ऐसे केमिकल होते हैं जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

स्टिकर के नुकसान

ज्यादातर लोग इन स्टिकरों को हटाकर फलों और सब्जियां खा जाते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता होता कि स्टिकर का कुछ हिस्सा फलों की सतह पर रह जाता है। फल-सब्जियों की क्वालिटी बेहतर बनाए रखने के लिए FSSAI ने व्यापारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं। इन दिशा-निर्देशों में स्टिकर के कारण होने वाले नुकसान से बचने के उपाय बताए गए हैं।

फल-सब्जियों पर स्टिकर क्यों चिपकाए जाते हैं?

दुनिया के दूसरे देशों में फलों और सब्जियों पर स्टिकर इसलिए लगाए जाते हैं ताकि उनके बारे में जानकारी मिल सके जैसे कि यह कहां से आया है, इसकी क्वालिटी कैसी है, और इसकी कीमत क्या है। इन स्टिकर पर एक कोड भी होता है जिससे पता चलता है कि यह कौन सा फल या सब्जी है। लेकिन इन स्टिकर को लगाना जरूरी नहीं है।

भारत में ग्राहकों को बनाया जा रहा बेवकूफ

भारत में ज्यादातर दुकानदार अपने फायदे के लिए स्टिकर लगाते हैं। वे अपने सामान को अच्छा दिखाने और उस पर लगे खराब धब्बों को छिपाने के लिए स्टिकर चिपका देते हैं। इन स्टिकर पर बस 'टेस्टेड ओके' या 'बेस्ट क्वालिटी' जैसी बातें लिखी होती हैं, जो असल में सही नहीं होती हैं।

खुलेआम उड़ रही FSSAI के नियमों की धज्जियां

FSSAI ने व्यापारियों को सख्त सलाह दी है कि फलों और सब्जियों पर स्टिकर लगाने से बचना चाहिए, जब तक कि उस पर जरूरी जानकारी जैसे कि कहां से आया है, बार कोड और कीमत न हो। व्यापारियों को फलों और सब्जियों पर सीधे स्टिकर नहीं लगाना चाहिए। उनके बीच में कुछ रखकर फिर स्टिकर लगाना चाहिए। खाने की चीजों के लिए इस्तेमाल होने वाले रंगों का ही इस्तेमाल करना चाहिए। स्टिकर चिपकाने के लिए जो चिपचिपा पदार्थ इस्तेमाल होता है, वह सेहत के लिए हानिकारक नहीं होना चाहिए।

स्टिकर लगे फल-सब्जियां खाने के नुकसान

फलों और सब्जियों की त्वचा छिद्रदार होती है। इन पर स्टिकर चिपकाने के लिए चिपचिपे पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है। इस चिपचिपे पदार्थ में ऐसे केमिकल होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। ऐसे फल-सब्जियां खाने से प्रजनन क्षमता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

अच्छे फल-सब्जियों में भर सकते हैं विषाक्त

जो फल और सब्जियां खुले बाजार में बेचे जाते हैं, उन पर लगे स्टिकर से निकलने वाले केमिकल ज्यादा जल्दी फल और सब्जियों में मिल जाते हैं, क्योंकि गर्मी और धूप की वजह से ये केमिकल जल्दी फैल जाते हैं।

फल सब्जियां खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

जिन फलों और सब्जियों पर स्टिकर लगे होते हैं, उनका मतलब यह नहीं है कि वे बहुत अच्छे हैं। खाने से पहले स्टिकर हटा दें। जहां पर स्टिकर लगा था, वहां की त्वचा को हटा दें। खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छे से धो लें।

इसलिए, अगली बार जब आप फल या सब्जी खरीदें, तो इन बातों का ध्यान रखें और अपनी सेहत का ख्याल रखें।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।