चांडिल में हाथी के हमले से युवक की दर्दनाक मौत, गांव में पसरा मातम
सरायकेला जिले के चांडिल में गुरुवार सुबह जंगली हाथी के हमले से सामल मुर्मू की दर्दनाक मौत। वन विभाग ने परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की।
चांडिल, 17 अक्टूबर 2024: सरायकेला जिले के चांडिल थाना क्षेत्र के रसुनिया गांव में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक घटना घटी। जंगली हाथी ने 30 वर्षीय युवक सामल मुर्मू को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना सुबह करीब 6 बजे की है, जब गांव के लोग धान के खेत में घुसे हाथी को भगाने का प्रयास कर रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब गांव वाले हाथी को खेत से भगाने की कोशिश कर रहे थे, तभी गजराज ने सामल मुर्मू को लगभग 100 मीटर तक खदेड़ा। भागने की कोशिश के दौरान हाथी ने उसे खेत में ही पकड़ा और कुचलकर मार डाला। इस भयावह घटना के बाद गांव में मातम पसर गया है। सामल मुर्मू के परिवार और गांव वालों में गहरा सदमा है। इस घटना ने सभी को याद दिलाया कि इंसान और जानवर के बीच संघर्ष में अक्सर जानवर अपनी ताकत दिखाते हैं।
वन विभाग की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही फॉरेस्टर राधा रमन ठाकुर मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू की। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला सदर अस्पताल भेजा गया है। साथ ही, मृतक के परिवार को तत्काल 50,000 रुपये की सहायता राशि दी गई है, और कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद 3.5 लाख रुपये की और सहायता दी जाएगी। वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि इस क्षेत्र में हाथियों के बढ़ते हमलों को रोकने के लिए जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
गांव में शोक का माहौल
रसुनिया गांव में इस घटना के बाद से शोक की लहर है। सामल मुर्मू के परिवार के सदस्य गहरे दुख में हैं। गांव वालों ने वन विभाग से अपील की है कि जंगली हाथियों के हमलों से सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। हाथी और इंसानों के बीच संघर्ष कोई नया मुद्दा नहीं है, लेकिन हर बार इस तरह की घटनाएं यह याद दिलाती हैं कि "प्रकृति की ताकत का सामना करने के लिए इंसान को हमेशा तैयार रहना चाहिए," जैसा कि प्रसिद्ध लेखक जॉन म्यूर ने एक बार कहा था, "In every walk with nature, one receives far more than he seeks."
वन विभाग की टीम आगे की कार्रवाई कर रही है और इस घटना से गांव वालों में भय का माहौल बना हुआ है।
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