Dhanbad Chaos: दुबई में बैठे प्रिंस खान की डॉक्टरों को धमकी, प्रशासन पर चुनौती
धनबाद के कुख्यात वासेपुर के प्रिंस खान ने 25 डॉक्टरों से रंगदारी मांगी, जान से मारने की धमकी दी। दुबई में बैठे इस अपराधी ने धनबाद को अस्थिर कर दिया है। डॉक्टरों ने सीएम हेमंत सोरेन से न्याय की गुहार लगाई।
धनबाद: झारखंड का धनबाद शहर एक बार फिर अपराध के साये में है। वासेपुर के कुख्यात अपराधी प्रिंस खान ने दुबई में बैठकर धनबाद के 25 डॉक्टरों से लाखों रुपये की रंगदारी मांगी है। इस घटना से न केवल डॉक्टरों में भय का माहौल है, बल्कि प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
डॉक्टरों को मिली धमकी
प्रिंस खान के गुर्गे लगातार डॉक्टरों को फोन और मैसेज के जरिए धमकियां दे रहे हैं। रंगदारी न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। डॉक्टरों ने इस गंभीर स्थिति में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और न्याय की गुहार लगाई। इस मुलाकात में धनबाद विधायक राज सिन्हा, निरसा विधायक अरूप चटर्जी, और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी भी शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने डीजीपी अनुराग गुप्ता को तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया है। डीजीपी ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सक्रिय कर दिया है, ताकि प्रिंस खान और उसके नेटवर्क पर शिकंजा कसा जा सके।
वासेपुर गैंग का इतिहास
वासेपुर, जो धनबाद के कोयला माफिया और गैंगस्टर गतिविधियों के लिए कुख्यात है, का नाम लंबे समय से अपराध और अवैध गतिविधियों से जुड़ा हुआ है। यह इलाका बॉलीवुड फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के जरिए भी चर्चा में आया था।
प्रिंस खान, जिसने वासेपुर से अपने आपराधिक करियर की शुरुआत की थी, अब दुबई में बैठकर अपने गैंग को संचालित कर रहा है। पिछले साल प्रिंस के एक गुर्गे की गोली मारकर हत्या और बंगाल से एक अन्य की गिरफ्तारी के बाद गैंग थोड़ी देर शांत था। लेकिन हाल की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि प्रिंस अब और अधिक खतरनाक हो चुका है।
डॉक्टरों की बैठक और आईएमए का हस्तक्षेप
रंगदारी मांगने की घटनाओं के बाद धनबाद के डॉक्टरों ने आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के नेतृत्व में एक बैठक की। इस बैठक में डॉक्टरों ने विधायकों और प्रशासन से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
झरिया विधायक रागिनी सिंह ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें लिखित में आवेदन देने को कहा गया। डॉक्टरों ने प्रिंस खान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रिंस पर कार्रवाई का मौजूदा हाल
झारखंड सीआईडी और सीबीआई मिलकर प्रिंस खान को पकड़ने के प्रयास में हैं। इंटरपोल के जरिए प्रिंस पर रेड और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है। उसका पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया है, और उस पर इनाम की घोषणा की गई है।
इसके बावजूद, प्रिंस ने अपनी गतिविधियों को रोकने के बजाय, प्रशासन को ऑडियो जारी कर खुली चुनौती दी है। महाबोधि मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने का मामला भी उसकी आपराधिक गतिविधियों की फेहरिस्त में शामिल है।
क्या धनबाद में शांति लौटेगी?
प्रिंस खान के आतंक ने धनबाद को अस्थिर कर दिया है। डॉक्टर, जो समाज के सबसे जरूरी स्तंभों में से एक हैं, खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस चुनौती का सामना कैसे करता है।
झारखंड पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों पर भारी दबाव है कि वे प्रिंस खान को पकड़कर धनबाद की जनता को राहत प्रदान करें। अगर प्रशासन इस चुनौती का प्रभावी समाधान कर पाता है, तो यह न केवल अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश होगा, बल्कि जनता के मन में प्रशासन के प्रति भरोसा भी बढ़ाएगा।
क्या प्रिंस खान का अंत निकट है, या यह एक और लंबा संघर्ष साबित होगा?
What's Your Reaction?