Chakulia Accident: अचानक मोड़ी साइकिल, स्कूटी की टक्कर से दो घायल, मौके पर मचा हड़कंप
चाकुलिया-बेंद मुख्य सड़क पर स्कूटी और साइकिल की आमने-सामने टक्कर में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। साइकिल सवार मनोहर महतो और स्कूटी सवार रिजु पाल को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया।

चाकुलिया-बेंद मुख्य सड़क, जो झारखंड के ग्रामीण इलाकों को जोड़ती है, मंगलवार को उस वक्त सनसनी का केंद्र बन गई जब मारदाबांध गांव के पास एक जोरदार टक्कर ने दो जिंदगियों को झकझोर कर रख दिया। एक ओर 60 वर्षीय बुजुर्ग साइकिल सवार मनोहर महतो, दूसरी ओर तेज रफ्तार स्कूटी पर सवार युवक रिजु पाल — दोनों अचानक हुई दुर्घटना का शिकार बन गए।
हादसे की पूरी कहानी
घटना जुगीतोपा निवासी मनोहर महतो से जुड़ी है, जो रोज़ की तरह साइकिल से चाकुलिया किसी काम से आए थे। सब कुछ सामान्य था, लेकिन जब वह अपना काम पूरा कर घर की ओर लौट रहे थे, तभी अचानक उन्होंने साइकिल को दाईं ओर मोड़ लिया। इसी बीच पीछे से तेज गति से आ रही स्कूटी सीधी उनकी साइकिल से टकरा गई। स्कूटी चला रहे मुराठाकुरा के रिजु पाल भी टक्कर के बाद नियंत्रण खो बैठे और दोनों सड़क पर जा गिरे।
कुछ सेकेंड में मचा कोहराम
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि देखते ही देखते लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। मनोहर महतो का बायां पैर और हाथ टूट गया, जबकि रिजु पाल को सिर और पीठ में गहरी चोटें आईं। लोगों ने तत्काल पंचायत समिति सदस्य बुबाई दास को सूचना दी, जो कुछ ही देर में गांव वालों के साथ वहां पहुंचे। मनोहर महतो को तुरंत टेंपो से चाकुलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टर सुषमा नाग ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए झाड़ग्राम रेफर कर दिया।
स्कूटी चालक को सीधे झाड़ग्राम भेजा गया
वहीं दूसरी ओर स्कूटी चालक रिजु पाल को उनके परिजन तुरंत घटनास्थल से झाड़ग्राम अस्पताल ले गए। उनकी स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद सड़क पर करीब आधे घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा, यातायात बाधित रहा और स्थानीय लोगों ने यातायात व्यवस्था संभाली।
क्या सड़कें बनीं जानलेवा?
चाकुलिया-बेंद मुख्य सड़क पर यह कोई पहली दुर्घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार तेज रफ्तार वाहनों और अनियमित चालकों के कारण हादसे हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर या संकेतक न होने की वजह से वाहन चालक अक्सर तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है।
ग्रामीणों की मांग – सड़क सुरक्षा उपाय हों सख्त
हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मुख्य सड़क पर गति नियंत्रक, संकेतक बोर्ड और नियमित गश्ती वाहन लगाए जाएं, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके। पंचायत समिति सदस्य बुबाई दास ने भी जिला प्रशासन से इस संबंध में जल्द कार्रवाई की मांग की है।
मंगलवार की यह टक्कर एक और उदाहरण है कि कैसे एक छोटी-सी चूक या सड़क सुरक्षा उपायों की कमी बड़ी दुर्घटनाओं को जन्म दे सकती है। मनोहर महतो और रिजु पाल की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है और पूरा गांव उनके जल्दी स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहा है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस दर्दनाक घटना से सबक लेकर सड़क सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
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