Chakradharpur Tragedy: इंदकाटा गांव में हाई टेंशन पोल पर युवक की करंट से मौत
चक्रधरपुर के इंदकाटा गांव में हाई टेंशन पोल पर चढ़े युवक की करंट से मौत। पुलिस की जांच और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया। जानें घटना का पूरा सिलसिला।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के इंदकाटा गांव में बुधवार को एक बेहद चौंकाने वाली घटना हुई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। बताया जा रहा है कि एक अज्ञात युवक हाई टेंशन पोल पर चढ़ गया और करंट की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई।
घटना का सिलसिला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मृतक लगभग 30-32 वर्ष का था और मानसिक रूप से अस्वस्थ दिखाई दे रहा था। घटना उस समय हुई जब वह 1,20,000 वोल्ट के हाई टेंशन पोल पर चढ़ गया। पोल पर चढ़ते ही तेज करंट ने उसे झकझोर दिया और वह नीचे गिर पड़ा। गिरने के बाद युवक की मौके पर ही मौत हो गई, और शव पर कई जगह जलने के निशान मिले।
ग्रामीणों के अनुसार, यह क्षेत्र पहले भी बिजली की ऊंची लाइन और हाई टेंशन पोल की वजह से कई हादसों का गवाह रहा है। 2017 में इंदकाटा और आसपास के गांवों में हाई टेंशन पोल से गिरने के एक मामले में दो लोगों की मौत हुई थी।
पुलिस की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही चक्रधरपुर थाना के एसआई सुनील पांडेय दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। आसपास के ग्रामीणों से मृतक की पहचान कराने की कोशिश की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि युवक पोल पर कैसे चढ़ा और उसका करंट से संपर्क कैसे हुआ।
इतिहास और क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्य
इंदकाटा गांव और आसपास के इलाकों में बिजली सुरक्षा के कई पुराने मामले सामने आ चुके हैं। 2015 और 2018 में हाई टेंशन पोल और तारों के कारण दुर्घटनाएं हुई थीं। स्थानीय प्रशासन ने बार-बार चेतावनी जारी की, लेकिन सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण यह क्षेत्र लगातार जोखिम में रहा।
वर्ष 2019 में चक्रधरपुर बिजली विभाग ने ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पोलों और तारों की मरम्मत का अभियान चलाया था। हालांकि, कई पोल अब भी पुराने और खतरनाक हालत में हैं।
सवाल और रहस्य
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युवक पोल पर क्यों चढ़ा?
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क्या मानसिक अस्वस्थता उसकी मौत की वजह थी?
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आसपास के लोग सुरक्षा निर्देशों का पालन क्यों नहीं कर रहे थे?
ये सभी सवाल इलाके में चर्चा का विषय बने हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग और प्रशासन को इस क्षेत्र में और कड़ी सुरक्षा उपाय करने चाहिए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
ग्रामीण और स्थानीय प्रतिक्रिया
ग्रामीणों में शोक का माहौल है। लोगों का कहना है कि यह हादसा एक चेतावनी है कि बिजली और हाई टेंशन लाइनों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा कवच, चेतावनी बोर्ड और स्थानीय निगरानी की मांग की है।
कुछ स्थानीय युवा यह भी सुझाव दे रहे हैं कि स्कूल और गांव में बिजली सुरक्षा के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
आगे की कानूनी कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि मृतक की पहचान होने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि मौत शारीरिक कारणों से हुई या इसमें किसी बाहरी तत्व की भूमिका है।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि मानसिक स्वास्थ्य, सुरक्षा उपाय और प्रशासनिक सतर्कता किसी भी समुदाय की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं।
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