Chaibasa Bloody Track: चक्रधरपुर रेल मंडल के ट्रैक पर कर्मचारी की संदिग्ध मौत, ड्यूटी पर तैनात नंदलाल गोप को किसने मारा? रेलवे सुरक्षा पर उठे बड़े सवाल
चाईबासा पंड्राशाली रेल ट्रैक पर मंगलवार सुबह 6.30 बजे ड्यूटी पर तैनात 48 वर्षीय ट्रैकमैन नंदलाल गोप की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। रेलवे सुरक्षा पर सवाल, पुलिस जांच में जुटी।
चाईबासा, 25 नवंबर 2025 – झारखंड (Jharkhand) में रेलवे (Railway) ट्रैक पर काम करने वाले कर्मचारियों (Employees) की सुरक्षा (Safety) को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल (Serious Questions) खड़े हो गए हैं। चक्रधरपुर रेल मंडल (Chakradharpur Railway Division) के अधीन आने वाले चाईबासा (Chaibasa) पंड्राशाली रेल ट्रैक (Rail Track) पर मंगलवार सुबह करीब 6.30 बजे ट्रैकमैन (Trackman) की ट्रेन की चपेट (Hit by Train) में आने से मौत (Death) हो गई। 48 वर्षीय नंदलाल गोप (Nandlal Gop) की दर्दनाक (Tragic) मौत ने उनके परिवार (Family) और सहकर्मी (Colleagues) दोनों को झकझोर (Shaken) कर रख दिया है। यह हादसा (Accident) रेल कर्मचारियों के लिए सुरक्षित कार्य माहौल (Safe Working Environment) सुनिश्चित करने की आवश्यकता (Need) को रेखांकित करता है।
ड्यूटी पर तैनात थे नंदलाल गोप
मृतक नंदलाल गोप ड्यूटी (On Duty) पर तैनात थे, और ट्रैक की निगरानी (Monitoring) कर रहे थे। इसी दौरान किसी ट्रेन की तेज रफ्तार (High Speed) ने उनकी जान ले ली। रेलवे ट्रैक पर अचानक हुई इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं: क्या नंदलाल गोप सुरक्षा साधनों (Safety Equipment) का उपयोग कर रहे थे? क्या उन्हें ट्रेन के आने का संकेत (Signal) मिला था? या यह सिर्फ एक दर्दनाक हादसा था?
-
तत्काल कार्रवाई: घटना की सूचना मिलते ही अन्य रेल कर्मचारी और मेंस कांग्रेस (Men's Congress) के ब्रांच सेक्रेटरी (Branch Secretary) मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आगे की कार्रवाई शुरू की।
रेलवे सुरक्षा पर फिर एक बार सवाल
यह हादसा चक्रधरपुर रेल मंडल के इलाके में ट्रैकमैन (Trackman) की ड्यूटी के दौरान खतरों (Dangers) को उजागर (Highlights) करता है। ट्रैक की देखभाल (Maintenance) और सुरक्षा सुनिश्चित (Ensure Safety) करने वाले कर्मचारियों के लिए बेहतर प्रशिक्षण (Training) और तकनीकी उपकरण (Technical Equipment) की आवश्यकता महसूस होती है।
-
पुलिस जांच: पुलिस ने शव को अपने कब्जे (Custody) में लेकर पोस्टमॉर्टम (Postmortem) के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) से पता चलेगा कि मौत किन परिस्थितियों (Circumstances) में हुई। रेलवे अधिकारी भी इस मामले की आंतरिक जांच (Internal Inquiry) करेंगे, ताकि पता लगाया जा सके कि सुरक्षा नियमों (Safety Rules) का उल्लंघन (Violation) तो नहीं हुआ है।
नंदलाल गोप की मौत रेलवे कर्मचारी संगठनों (Unions) के बीच भी एक गंभीर मुद्दा (Serious Issue) बन सकती है, जो कामकाज की सुरक्षित परिस्थितियों (Working Conditions) की लगातार मांग करते रहे हैं।
What's Your Reaction?


