Bokaro Tragedy: मलेशिया में काम के दौरान युवक की मौत, शव वापसी के लिए परिजनों ने सीएम से लगाई गुहार
बोकारो के गोमिया से मलेशिया में काम करने वाले युवक की मौत, परिजनों ने शव की वापसी के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मदद की अपील की।
बोकारो। झारखंड के गोमिया प्रखंड से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है। कर्रीखुर्द गांव के निवासी 22 वर्षीय जगदीश महतो की मलेशिया में काम करते समय एक हादसे में मौत हो गई। इस घटना ने उनके परिवार को गहरे दुख में डाल दिया है, और परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शव को झारखंड वापस लाने की अपील की है।
मलेशिया में हुआ हादसा
चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के कर्रीखुर्द निवासी जगदीश महतो मलेशिया में एजी पावर कंपनी में काम करते थे। बीते मंगलवार को वह एक टावर से गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई। हादसे की खबर जैसे ही उनके परिवार को मिली, उनके घर में मातम छा गया। ग्रामीण भी इस घटना से गहरे शोक में डूब गए हैं।
घर का इकलौता सहारा था जगदीश
जगदीश महतो अपने परिवार के लिए घर का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। मृतक के पीछे उसकी पत्नी, 7 वर्षीय बेटी राधिका कुमारी और 5 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार महतो है। इस घटना ने परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। समाजसेवी सिकंदर अली ने भी इस दुखद घटना पर संवेदना प्रकट की और सरकार से शव की वापसी की मांग की। उन्होंने कहा कि परिवार को उम्मीद है कि राज्य सरकार मलेशिया से शव लाने में सहायता करेगी।
राज्य सरकार की पहल
घटना की जानकारी मिलने के बाद झारखंड के पेयजल आपूर्ति सह मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस विषय पर चर्चा की। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि मलेशिया से शव को लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने कैमरून में फंसे 41 मजदूरों की वतन वापसी का भी मुद्दा उठाया।
झारखंड में प्रवासी मजदूरों की स्थिति
मलेशिया और अन्य देशों में काम करने वाले झारखंड के प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और उनके हितों की रक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है। कई बार, इन मजदूरों को कठिनाईयों और हादसों का सामना करना पड़ता है, जिससे उनके परिवारों की स्थिति गंभीर हो जाती है। इस घटना ने एक बार फिर इस मुद्दे को प्रकाश में ला दिया है।
मुख्यमंत्री से परिजनों की अपील
जगदीश महतो के परिवार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपील की है कि वह मलेशिया से उनके शव को लाने में जल्द से जल्द मदद करें। परिवार का कहना है कि सरकार की मदद से उन्हें राहत मिलेगी और वे अपने बेटे के अंतिम दर्शन कर सकेंगे।
भविष्य में सावधानी की आवश्यकता
इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। सरकार और समाज को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे हादसे भविष्य में न हों और मजदूरों को काम के दौरान पूरी सुरक्षा मिले।
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