Bokaro Inspiration: टाटा स्टील के दिव्यांग कर्मचारियों ने रचा नया इतिहास!
टाटा स्टील वेस्ट बोकारो डिवीजन में दिव्यांग कर्मचारियों की सफलता की अनोखी कहानी। जानें कैसे 'सक्षम को सशक्त' पहल ने बदली जिंदगी।
वेस्ट बोकारो – टाटा स्टील के वेस्ट बोकारो डिवीजन ने अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (3 दिसंबर) पर अपनी अनूठी पहल 'सक्षम को सशक्त बनाना' के तहत ऐसी मिसाल पेश की है, जिसने कार्यस्थल पर समावेशिता और विविधता के नए आयाम स्थापित किए हैं।
दिव्यांग कर्मचारियों की सफलता का सफर
13 अगस्त 2024 को टाटा स्टील वेस्ट बोकारो डिवीजन ने चार दिव्यांग कर्मचारियों की नियुक्ति की, जिनमें प्रेम शर्मा, मोहम्मद हाशिम हसन, अंगद कुमार सिंह, और अभिलाष शर्मा शामिल हैं। इन कर्मचारियों को सुरक्षा विभाग में सीसीटीवी ऑपरेटर के रूप में नियुक्त किया गया। यह पहल एटीपिकल एडवांटेज संस्था के सहयोग से संभव हुई।
नियुक्ति के बाद, इन कर्मचारियों को व्यापक प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें माइंस और प्लांट्स का दौरा, सीसीटीवी कैमरा नियंत्रण कक्ष के संचालन की प्रक्रिया, और अन्य सुरक्षा उपाय शामिल थे।
विशेष सुविधाओं का निर्माण
दिव्यांग कर्मचारियों के लिए वेस्ट बोकारो डिवीजन में विशेष सुविधाएं सुनिश्चित की गईं:
- सुलभ शौचालय और रैंप की स्थापना।
- कार्यस्थल पर सुविधाजनक फर्नीचर और आवास।
- कार्यस्थल को समावेशी और प्रेरणादायक बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास।
नेतृत्व का योगदान
वेस्ट बोकारो डिवीजन के जनरल मैनेजर अनुराग दीक्षित ने कहा, “दिव्यांग कर्मचारियों की नियुक्ति हमारी समावेशी कार्यस्थल बनाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। ये कर्मचारी अपने प्रदर्शन से संगठन को मजबूत बना रहे हैं।”
कर्मचारियों की भावनाएं
कोलकाता के मोहम्मद हाशिम हसन ने इस पहल को अपने जीवन का सबसे बड़ा अवसर बताया। उन्होंने कहा, “टाटा स्टील में नौकरी मिलना मेरे लिए सपना सच होने जैसा है।”
धनबाद के प्रेम शर्मा ने कहा, “बचपन से टाटा स्टील की माइंस देखता आया हूं। जब मुझे यहां नौकरी मिली, तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा।”
जमशेदपुर के अंगद कुमार सिंह ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, “मुझे गर्व है कि मैं टाटा स्टील जैसे प्रतिष्ठित संगठन का हिस्सा हूं। यह मेरी पांच साल की मेहनत का फल है।”
भागलपुर के अभिलाष शर्मा, जो पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं, ने कहा, “टाटा स्टील ने मुझे स्थायी नौकरी देकर मेरे और मेरे परिवार को सुरक्षित भविष्य की राह दिखाई है।”
सुरक्षा और जिम्मेदारी में उत्कृष्ट योगदान
नवनियुक्त कर्मचारियों ने थोड़े समय में ही कार्यस्थल पर अपनी उपयोगिता साबित कर दी है। हाल ही में चोरी की घटना का खुलासा करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
भविष्य की योजनाएं
वेस्ट बोकारो डिवीजन ने अपने अन्य विभागों में भी दिव्यांग कर्मचारियों की नियुक्ति करने का लक्ष्य रखा है। यह पहल टाटा स्टील के 2025 तक 20% विविध कार्यबल सुनिश्चित करने के मिशन का हिस्सा है।
समावेशिता की ओर बढ़ता कदम
वर्तमान में वेस्ट बोकारो डिवीजन में 6% विविध कार्यबल है, जिसमें महिलाएं और ट्रांसजेंडर कर्मचारी शामिल हैं। यह पहल समावेशी कार्यस्थल के निर्माण में मील का पत्थर साबित हो रही है।
टाटा स्टील वेस्ट बोकारो डिवीजन की यह पहल दिव्यांग कर्मचारियों को न केवल रोजगार के अवसर दे रही है, बल्कि समाज में उनकी पहचान और सम्मान को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रही है। यह उदाहरण उन सभी संगठनों के लिए प्रेरणा है, जो कार्यस्थल पर समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देना चाहते हैं।
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