Jamshedpur Conspiracy: कदमा में खतरनाक साजिश नाकाम, 3 गिरफ्तार, देसी कट्टा और पिस्तौल बरामद!
जमशेदपुर के कदमा में पुलिस ने हत्या की साजिश रच रहे 3 अपराधियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथियार बरामद हुए। गोरा गिरोह का क्या है असली सच? जानें पूरी खबर!

जमशेदपुर के कदमा में एक खौफनाक साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया। पुलिस ने शास्त्रीनगर इलाके में हत्या की योजना बनाते हुए 3 युवकों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से एक देसी कट्टा, एक पिस्तौल और कई गोलियां बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि ये अपराधी कुख्यात गोरा गिरोह से जुड़े हैं और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
लेकिन क्या इनका असली निशाना कौन था? और क्यों पुलिस को पहले से इसकी भनक लग गई? आइए जानते हैं इस पूरी घटना की इनसाइड स्टोरी।
गिरफ्तारी की पूरी कहानी
सूत्रों के मुताबिक, एसएसपी किशोर कौशल को गुप्त सूचना मिली थी कि कदमा के शास्त्रीनगर में गोरा गिरोह के सदस्य किसी बड़े हमले की योजना बना रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने तुरंत एक विशेष टीम गठित की और शास्त्रीनगर के नदी किनारे छापेमारी की।
इस दौरान तीन अपराधियों – इरफान बच्चा, सैफ और एक अन्य युवक को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दो आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह गैंग किसी व्यक्ति की हत्या की योजना बना रहा था। हालांकि, इसका असली टारगेट कौन था, इसे लेकर पुलिस अभी भी जांच में जुटी है।
गोरा गिरोह: जमशेदपुर का खौफनाक गैंग
जमशेदपुर का गोरा गिरोह लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय रहा है। इस गिरोह के खिलाफ कदमा और आसपास के इलाकों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पिछले दिनों कदमा के बीएमसी मैदान में एक शादी समारोह के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई थी। इस झड़प के बाद कुख्यात गैंगस्टर सलमान के घर पर गोलियां चली थीं। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में लाल बाबू सहित कई अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
लेकिन गिरोह के बाकी सदस्य अभी भी फरार थे और पुलिस को उनकी तलाश थी। अब ये गिरफ्तारियां पुलिस की बड़ी सफलता मानी जा रही हैं।
सलमान गिरोह बनाम गोरा गिरोह: शहर में गैंगवार की आशंका?
सूत्रों के अनुसार, गोरा गिरोह के अपराधी सलमान गैंग के ही किसी सदस्य को निशाना बनाने की तैयारी में थे। इसीलिए उन्होंने हथियार जमा कर रखे थे। यह संकेत देता है कि शहर में दो बड़े गैंग्स के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ी हुई है।
पुलिस भी आशंका जता रही है कि अगर समय रहते इस साजिश को नाकाम नहीं किया जाता, तो शहर में एक बड़ा गैंगवार हो सकता था।
क्या जमशेदपुर बनता जा रहा है अपराध का अड्डा?
जमशेदपुर, जो कभी अपनी इंडस्ट्री और शांति के लिए जाना जाता था, अब अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है। खासकर कदमा, सोनारी और बिष्टुपुर इलाकों में लगातार बढ़ती वारदातें चिंता का विषय हैं।
पिछले एक साल में जमशेदपुर में कई बड़ी आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं:
अक्टूबर 2024: सोनारी में दिनदहाड़े लूट की वारदात
जनवरी 2025: बिष्टुपुर में कारोबारी की गोली मारकर हत्या
फरवरी 2025: सिदगोड़ा में दो गुटों के बीच खूनी झड़प
इन घटनाओं ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। हालांकि, हालिया गिरफ्तारियों से पुलिस ने अपराधियों को कड़ा संदेश दिया है कि अपराध कितना भी बड़ा हो, कानून से बच नहीं सकते।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस साजिश के पीछे कोई बड़ा मास्टरमाइंड है? इसके अलावा, जो दो अपराधी फरार हुए हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
एसएसपी किशोर कौशल ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को भी इस गिरोह से जुड़ी कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
अपराधियों पर होगी सख्त कार्रवाई!
जमशेदपुर पुलिस की इस सफलता से यह साफ हो गया है कि अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों, वे बच नहीं सकते। गोरा गिरोह के खिलाफ इस कार्रवाई से शहरवासियों को राहत जरूर मिली है, लेकिन यह भी साफ हो गया है कि शहर में अपराध पर पूरी तरह काबू पाने के लिए पुलिस को और सख्ती बरतनी होगी।
अब देखना यह है कि पुलिस फरार अपराधियों को कब तक गिरफ्तार कर पाती है और क्या जमशेदपुर को दोबारा अपराधमुक्त शहर बनाया जा सकता है?
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