संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में 'ब्लू डे' का आयोजन, बच्चों ने नीले रंग के महत्व को समझा
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में 'ब्लू डे' पर बच्चों ने नीले रंग की अहमियत को कई गतिविधियों के माध्यम से जाना। रंगीन ड्रेस, सजावट, और शानदार प्रस्तुतियों के साथ कार्यक्रम को उत्साहपूर्वक मनाया गया।
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में सोमवार को बच्चों के लिए खास 'ब्लू डे' का आयोजन किया गया। इस दिन का उद्देश्य बच्चों को नीले रंग से परिचित कराना और इसके महत्व को समझाना था। विद्यालय परिसर को नीले रंग की थीम में सजाया गया, और बच्चों ने भी नीले रंग की विभिन्न पोशाकों में इस दिन को विशेष बना दिया।
नीले रंग का प्रतीकात्मक महत्व
इस आयोजन के दौरान बच्चों को नीले रंग का महत्व बताया गया। नीला रंग विश्वास, निष्ठा, आत्मविश्वास, ज्ञान, बुद्धि और सच्चाई का प्रतीक माना जाता है। शिक्षकों ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को यह समझाने की कोशिश की कि नीला रंग आकाश और समुद्र की गहराई और स्थिरता को दर्शाता है। इस प्रकार की जानकारी से बच्चों को खेल-खेल में ही रंगों की अहमियत का ज्ञान हुआ।
प्रार्थना सभा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
कार्यक्रम की शुरुआत एक विशेष प्रार्थना सभा से की गई। इसमें नीले रंग के महत्व पर जोर दिया गया। सभी बच्चे प्रार्थना सभा में नीले रंग की पोशाक पहनकर शामिल हुए, जिससे वातावरण और भी आकर्षक हो गया। नर्सरी के बच्चों ने एक सुंदर कविता प्रस्तुत की, जो सभी का दिल छू गई। इसके बाद यूकेजी कक्षा के बच्चों ने एक मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। इस नृत्य ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और कार्यक्रम का माहौल और भी रंगीन बना दिया।
बच्चों ने नीले रंग पर आधारित सुविचार, भाषण और कविताएँ प्रस्तुत कीं। इस दौरान बच्चों ने नीले रंग के बारे में अपनी समझ और उससे जुड़ी भावनाओं को साझा किया, जिससे उनकी रचनात्मकता और आत्मविश्वास में वृद्धि हुई।
विद्यालय की सजावट
'ब्लू डे' की थीम के अनुसार, विद्यालय को नीले गुब्बारों और अन्य नीली वस्तुओं से सजाया गया। कक्षाओं में नीली रंग की सजावट से बच्चों को एक ठंडा और सुखद अनुभव मिला। हर जगह नीला रंग छाया हुआ था, जिससे बच्चों को इस रंग के प्रति एक विशेष आकर्षण का अनुभव हुआ।
प्रधानाध्यापिका और शिक्षकों का मार्गदर्शन
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती नीलकमल सिन्हा ने इस अवसर पर बच्चों को नीले रंग से जुड़े सकारात्मक पहलुओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों के मानसिक और बौद्धिक विकास में सहायक होते हैं। नीला रंग गहराई और स्थिरता का प्रतीक है और इससे बच्चों को धैर्य और आत्मविश्वास का गुण सीखने में मदद मिलती है।
प्राइमरी इंचार्ज श्रीमती सुजाता वर्मा ने भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके साथ-साथ शैक्षणिक प्रभारी श्रीमती सुतापा मजूमदार, आनंद सदन की हाउस मिस्ट्रेस श्रीमती पामेला भट्टाचार्या, श्रीमती मौमिता मदीना, श्रीमती शैला प्रवीण और सुश्री अमृता कौर ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
राष्ट्रगान के साथ समापन
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस आयोजन ने बच्चों के बीच एकता और देशभक्ति का भी संदेश दिया। 'ब्लू डे' का यह कार्यक्रम बच्चों के लिए एक यादगार अनुभव रहा और उन्हें नीले रंग के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला।
इस आयोजन से बच्चों के मन में नीले रंग के प्रति एक विशेष समझ और जुड़ाव विकसित हुआ, जिससे उनकी रंगों के प्रति जागरूकता और रचनात्मकता में भी वृद्धि हुई।
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