Bijnor Accident: खाई में गिरी टेंपो, दूल्हा-दुल्हन समेत 7 की दर्दनाक मौत
बिजनौर में बेकाबू कार की टक्कर से खाई में गिरी टेंपो, हादसे में दूल्हा-दुल्हन समेत 7 की मौत। घटना ने पूरे परिवार को गमगीन कर दिया। जानिए पूरी खबर।
बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। नेशनल हाईवे-74 के पास धामपुर थाना क्षेत्र में एक बेकाबू कार ने तेज रफ्तार में टेंपो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि टेंपो खाई में जा गिरी। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दूल्हा-दुल्हन भी शामिल हैं।
क्या हुआ था घटनास्थल पर?
घटना शुक्रवार रात की है। मुरादाबाद से टेंपो में सवार होकर एक परिवार गांव तिबड़ी जा रहा था। हाईवे पर धामपुर के पास फायर स्टेशन के निकट बेकाबू कार ने टेंपो को टक्कर मार दी। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने राहत कार्य शुरू किया।
7 की मौत, कई घायल
हादसे में 7 लोगों की जान चली गई, जिनमें 4 पुरुष, 2 महिलाएं और 1 बच्ची शामिल हैं। मृतकों में दूल्हा-दुल्हन की दर्दनाक मौत ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है। टेंपो में सवार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।
शादी का सपना टूटा, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस हादसे ने न सिर्फ एक परिवार की खुशियां छीन लीं, बल्कि इलाके में मातम का माहौल बना दिया। यह परिवार अपनी बेटी की शादी की खुशियों में मसरूफ था। हादसे ने उन सपनों को चकनाचूर कर दिया।
नेशनल हाईवे-74: हादसों का हॉटस्पॉट
नेशनल हाईवे-74 पर आए दिन हादसों की खबरें आती हैं। यह हाईवे लंबे समय से दुर्घटनाओं के लिए बदनाम है। बेकाबू वाहन, ओवरस्पीड और सड़क किनारे सुरक्षा इंतजामों की कमी इन हादसों के मुख्य कारण हैं।
इतिहास में सड़क हादसों की त्रासदी
भारत में सड़क हादसों का इतिहास काफी भयावह है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में हर साल 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की जान सड़क हादसों में जाती है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में हाईवे सुरक्षा उपायों की कमी और यातायात नियमों की अनदेखी हादसों को बढ़ावा देती है।
प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल
इस हादसे ने प्रशासन और परिवहन विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। क्या नेशनल हाईवे-74 पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय मौजूद हैं? क्या यह हादसा बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट से टाला जा सकता था?
परिजनों का हाल बेहाल, जांच जारी
हादसे के बाद मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बेकाबू कार के चालक की तलाश की जा रही है। प्रशासन ने हादसे के कारणों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
निष्कर्ष
बिजनौर का यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन न करना कितनी बड़ी कीमत चुका सकता है, यह घटना इसका ज्वलंत उदाहरण है।
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