बिहार में जहरीली शराब से बढ़ती मौतों का सिलसिला: 24 लोग बने शिकार
बिहार के सारण और सीवान में जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत हुई। डीजीपी आलोक राज ने की सख्त कार्रवाई का आदेश, शराब तस्करी पर बढ़ी चिंता।
सीवान: 17 अक्टूबर 2024 को बिहार के सारण और सीवान जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। कई लोग गंभीर हालत में हैं, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। यह घटना बिहार के लिए एक बड़ी चिंता बन गई है।
बिहार के डीजीपी आलोक राज ने आईएएनएस से बात करते हुए इस मामले की गंभीरता को स्वीकार किया। उन्होंने बिहार पुलिस और मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों को घटना की गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया है।
डीजीपी ने बताया कि सीवान जिले में 20 और सारण जिले में 4 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है। अब बिहार पुलिस सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के एसपी और डीआईजी ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा, पटना से मद्य निषेध के अधिकारी भी प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेंगे। अधिकारियों का ध्यान इस बात पर है कि शराब की सप्लाई कहां से हो रही है और इसमें कितने शराब माफिया शामिल हैं। फिलहाल संदेह के आधार पर 9-10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है, और पूछताछ के बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिहार सरकार में मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने भी इस मामले पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून होने के बाद भी जहरीली शराब की सप्लाई जारी है। इससे यह सवाल उठता है कि सरकार से कहां चूक हो रही है।
रत्नेश सदा ने बताया कि बिहार के लोगों को शराब से दूरी बनानी चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों की भलाई के लिए शराबबंदी कानून बनाया है। उन्होंने समाज को शराब के प्रति जागरूक होने की जरूरत बताई।
हालांकि, अप्रैल 2016 में बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद, जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह स्पष्ट है कि सरकार को इस गंभीर समस्या का समाधान खोजने की आवश्यकता है।
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