कृषि विज्ञान केंद्र दारिसाई में घोटाले की जांच: बीएयू टीम ने की व्यापक जांच, फरार कर्मचारी का भी खुलासा
कृषि विज्ञान केंद्र दारिसाई में हुए घोटाले की जांच के लिए बीएयू की टीम ने गुरुवार को छापेमारी की। जांच में घोटाले की रकम और फरार अकाउंटेंट की भूमिका पर चर्चा की गई।
गालूडीह: 12 सितंबर 2024 - कृषि विज्ञान केंद्र दारिसाई में हुए घोटाले की जांच के लिए बीएयू की टीम गुरुवार को दारिसाई पहुंची। इस टीम में बीएयू के निदेशक डॉ. जग्गनाथ उरांव, निदेशक प्रशासन सह संयुक्त सचिव इजात अनवर, डीन डॉ. एमके गुप्ता, कृषि अनुसंधान डीन डीके सहाय और अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
टीम ने कृषि विज्ञान केंद्र दारिसाई की वरीय सह प्रधान डॉ. आरती बीना एक्का से जानकारी ली और दस्तावेज व फाइलों की गहन जांच की। इसके बाद, टीम ने क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र दारिसाई में भी जानकारी प्राप्त की।
निदेशक डॉ. जग्गनाथ उरांव ने बताया कि जानकारी मिली है कि केंद्र के एक अकाउंटेंट, दीपंकर भकत, फरार हैं। दीपंकर भकत 2019 तक अकाउंटेंट का काम देख रहे थे और उसके बाद गोन्द्रा मार्डी को अकाउंट की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। ऑडिट टीम के आने पर दीपंकर भकत का पता नहीं चला। आज की जांच में बाउचर, दस चेक और अन्य दस्तावेज मिले हैं।
डॉ. उरांव ने कहा कि घोटाले की रकम का अभी तक सही पता नहीं चला है, लेकिन अनुमान है कि यह 20 लाख रुपये से अधिक हो सकता है। जांच के बाद ही सही राशि का पता चलेगा और इसके बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। फरार कर्मचारी की गलती की वजह से घोटाला हुआ है और उसकी गिरफ्तारी के बाद फंड की भरपाई की जाएगी। दोषी पाए जाने पर उसे जेल भी हो सकती है।
इसके अलावा, डॉ. उरांव ने 28 अगस्त को हड़ताल पर बैठे मजदूरों से भी बातचीत की। उन्होंने मजदूरों को आश्वस्त किया कि बकाया राशि जल्द ही मिल जाएगी और हड़ताल खत्म करने की अपील की। मजदूरों ने कहा कि जब तक उनके हाथ में पैसा नहीं मिलेगा, वे हड़ताल जारी रखेंगे।
डॉ. आरती बीना एक्का ने बताया कि मजदूरों को 60 हजार रुपये एडवांस के रूप में दिए गए थे, जो कंप्यूटर पर दर्ज हैं। मजदूरों ने दावा किया कि उन्हें कोई एडवांस नहीं मिला और अगर दिया गया है तो हस्ताक्षर के साथ दस्तावेज दिखाए जाएं।
इस मौके पर जेएलकेएम कोल्हान प्रमंडल महासचिव रामदास मुर्मू, जिला सेक्रेटरी काकुली महतो और अन्य प्रमुख लोग भी उपस्थित थे।
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