Chakulia Voting: वृद्धों और दिव्यांगों का जोश, परिवार संग पहुंचकर किया मतदान
चाकुलिया प्रखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान वृद्धाओं और दिव्यांगों ने दिखाया उत्साह। 80 साल की जानकी सिंह और दिव्यांग हामरा सोरेन समेत कई मतदाताओं ने अपने बूथ पर पहुंचकर मतदान किया।
चाकुलिया, 13 नवंबर : झारखंड के विधानसभा चुनाव में युवा मतदाताओं के साथ वृद्ध और दिव्यांग भी पूरे जोश में नजर आए। राज्य के चाकुलिया प्रखंड में स्थित घाघरा और बरडीकानपुर के ग्रामीण मतदाताओं का उत्साह देखने लायक था, जहाँ बुजुर्गों और दिव्यांगों ने मतदान में हिस्सा लेकर लोकतंत्र का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस किया।
80 वर्षीय जानकी सिंह ने जताया लोकतंत्र पर विश्वास
चाकुलिया के घाघरा गांव की 80 वर्षीय जानकी सिंह निजी वाहन से गंगा नंबर 1 बूथ तक पहुँचीं। उम्र के इस पड़ाव पर भी जानकी का मतदान करने का जोश और उनके लोकतंत्र के प्रति सम्मान ने सभी को प्रेरित किया। उम्र की परवाह किए बिना, उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग कर यह संदेश दिया कि अपने क्षेत्र के भविष्य में योगदान देना हर नागरिक का कर्तव्य है।
बाइक पर सवार होकर पहुँचे 75 वर्षीय सोमबारी मुंडा
बरडीकानपुर पंचायत के भालुकनाला गांव के 75 वर्षीय सोमबारी मुंडा ने भी अपने परिवार के साथ बाइक पर बैठकर मधुपुर मध्य विद्यालय बूथ पर जाकर वोट डाला। सोमबारी के चेहरे पर जोश और उमंग का भाव साफ झलक रहा था। अपने परिवार के साथ मतदान करने का अनुभव उनके लिए खास रहा, और उन्होंने मतदान के बाद संतोष व्यक्त किया कि उन्होंने बेहतर जनप्रतिनिधि के चयन में अपनी भूमिका निभाई है।
दिव्यांग हामरा सोरेन का हौसला
बरडीकानपुर गांव के दिव्यांग युवक हामरा सोरेन भी किसी से पीछे नहीं रहे। अपनी ट्राइसाइकिल पर सवार होकर बरडीकानपुर मध्य विद्यालय बूथ पहुंचे और गर्व से मतदान किया। हामरा का जोश यह दर्शाता है कि शारीरिक अक्षमता भी उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने से नहीं रोक सकी। उनका मानना है कि एक सही नेता का चुनाव उनके क्षेत्र की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा।
वृद्धों और दिव्यांगों का बढ़ा हौसला
मतदान के बाद वृद्ध, वृद्धा, और दिव्यांग मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। सभी ने मतदान के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि उनका यह योगदान क्षेत्र के विकास और सही नेतृत्व को चुनने में सहायक होगा। इन मतदाताओं ने यह भी कहा कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करते रहेंगे, चाहे उम्र कोई भी हो।
ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं का जोश
झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं का यह उत्साह राज्य की लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास को मजबूती देता है। चुनाव आयोग द्वारा की गई व्यवस्थाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुगम मतदान सुनिश्चित किया, जिससे वृद्धों और दिव्यांगों को मतदान करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा।
वृद्ध और दिव्यांग मतदाताओं का यह जज्बा हमारे लोकतंत्र की ताकत को दर्शाता है। चाकुलिया के इन मतदाताओं ने यह साबित कर दिया कि मतदान केवल युवा पीढ़ी का कार्य नहीं, बल्कि हर नागरिक का अधिकार है।
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