Barwaddah Accident: सड़क पार कर रहे व्यापारी की दो बाइकों से टक्कर, अस्पताल में मौत
धनबाद के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में लोहार बरवा निवासी व्यापारी शिबू मंडल की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। दो बाइकों की टक्कर में एक अन्य युवक भी गंभीर रूप से घायल हुआ। पढ़िए पूरी घटना की कहानी, जिसमें छुपे हैं कई अनजाने सवाल।

धनबाद जिले का बरवाअड्डा थाना क्षेत्र बुधवार की शाम एक दर्दनाक हादसे का गवाह बना। लोहार बरवा इलाके में GT रोड पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक प्रतिष्ठित व्यवसायी शिबू मंडल सड़क पार कर रहे थे और तेज रफ्तार बाइक की चपेट में आ गए। हादसा इतना भयावह था कि कुछ ही पलों में दूसरा बाइक सवार भी उन पर चढ़ गया, और देखते ही देखते एक ज़िंदगी हमेशा के लिए खत्म हो गई।
कौन थे शिबू मंडल?
शिबू मंडल (55) लोहार बरवा के निवासी थे और इलाके में काफी समय से मोटर पार्ट्स की दुकान चला रहे थे। वो डॉक्टर सुभाष चंद्रा के छोटे भाई थे और व्यवसायिक क्षेत्र में उनकी एक मजबूत पहचान थी। बुधवार की शाम, रोज़ की तरह अपनी दुकान की ओर बढ़ते हुए उन्हें यह अंदाज़ा भी नहीं था कि यह उनका आखिरी कदम साबित होगा।
कैसे हुआ हादसा?
घटना शाम करीब 6 बजे की है। शिबू मंडल GT रोड पार कर अपनी दुकान की ओर जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। इस टक्कर से वह सीधे सिर के बल सड़क पर जा गिरे और बुरी तरह घायल हो गए। इसी बीच, एक और बाइक (जिसकी नंबर प्लेट JH 10 CY 4164 है) उन्हें रौंदते हुए निकल गई। दूसरी बाइक पर सवार युवक मो. अजहर अंसारी, जो राजगंज का रहने वाला है, भी इस टक्कर में घायल हो गया।
मौके पर क्या हुआ?
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग दौड़ पड़े। किसी ने पुलिस को फोन किया तो किसी ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था शुरू की। शिबू मंडल और अजहर को तुरंत धनबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद शिबू मंडल को बचाया नहीं जा सका। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। दूसरी ओर, मो. अजहर को सिर में गंभीर चोट आई है और उसकी स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है।
पहली बाइक सवार फरार, पुलिस की जांच शुरू
हादसे के बाद पहली टक्कर मारने वाला बाइक सवार मौका पाकर फरार हो गया। पुलिस ने दूसरी बाइक को जब्त कर लिया है और मो. अजहर से पूछताछ कर रही है कि वह कैसे और किस दिशा से आ रहा था। पुलिस ने आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है ताकि पहली बाइक की पहचान की जा सके।
क्या GT रोड हादसों का अड्डा बन चुका है?
GT रोड, जिसे 'ग्रांड ट्रंक रोड' कहा जाता है, देश की सबसे पुरानी और व्यस्त सड़कों में से एक है। यह मार्ग न सिर्फ बिहार और झारखंड के कई इलाकों को जोड़ता है, बल्कि रोज़ाना भारी ट्रैफिक का भी गवाह बनता है। पिछले कुछ वर्षों में इस सड़क पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ी है। खासकर लोहार बरवा जैसे कस्बाई इलाकों में, जहां न तो ज़ेब्रा क्रॉसिंग हैं और न ही ट्रैफिक कंट्रोल के लिए कोई स्थायी उपाय।
स्थानीय लोगों में आक्रोश और मांग
घटना के बाद स्थानीय लोग न केवल शोक में हैं, बल्कि नाराज भी हैं। उनका कहना है कि इलाके में ट्रैफिक कंट्रोल और स्पीड ब्रेकर की कमी के कारण यह हादसा हुआ। कई लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए GT रोड पर ज़रूरी सुरक्षा उपाय किए जाएं।
व्यापारी वर्ग में शोक की लहर
शिबू मंडल की मौत से पूरे लोहार बरवा और धनबाद के व्यापारी समुदाय में शोक की लहर है। उन्हें एक मेहनती, ईमानदार और मिलनसार व्यापारी के रूप में जाना जाता था। उनकी दुकान सालों से लोगों की ज़रूरतों को पूरा कर रही थी।
यह हादसा सिर्फ एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं है, यह सवाल है – क्या हम इतनी व्यस्त सड़कों पर भी सुरक्षित नहीं हैं? क्या प्रशासन और ट्रैफिक विभाग को तब ही जागना होगा जब हादसे लगातार बढ़ेंगे?
शिबू मंडल की मौत एक चेतावनी है, और साथ ही एक अपील भी – कि अब वक्त आ गया है जब सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने होंगे, वरना हर रोज़ कोई न कोई 'शिबू मंडल' इस लापरवाही का शिकार बनता रहेगा।
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