बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ बड़ा महासम्मेलन, 3 अक्टूबर को पाकुड़ में जुटेंगे लोग!

संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ पर चर्चा के लिए 3 अक्टूबर को पाकुड़ जिले के शहरकोल पंचायत में "मांझी परगना महासम्मेलन" का आयोजन किया जा रहा है।

Sep 29, 2024 - 15:12
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बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ बड़ा महासम्मेलन, 3 अक्टूबर को पाकुड़ में जुटेंगे लोग!
बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ बड़ा महासम्मेलन, 3 अक्टूबर को पाकुड़ में जुटेंगे लोग!

पाकुड़, 29 सितंबर 2024: संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या को लेकर एक महत्वपूर्ण महासम्मेलन का आयोजन 3 अक्टूबर को पाकुड़ जिले के शहरकोल पंचायत में किया जाएगा। इस महासम्मेलन का नाम "मांझी परगना महासम्मेलन" रखा गया है।

इस कार्यक्रम में समाज के पारंपरिक ग्राम प्रधान और मार्गदर्शक एकत्रित होंगे। वे इस समस्या पर चर्चा करेंगे और इसका समाधान तलाशेंगे। आयोजकों ने सभी को आमंत्रित किया है। यहां तक कि जिन लोगों को लगता है कि ऐसी कोई समस्या नहीं है, वे भी इस महासम्मेलन में शामिल हो सकते हैं।

इस महासम्मेलन में शामिल होकर लोग सच का सामना कर सकते हैं। वे उन लोगों से मिल सकते हैं जिनकी जमीनें छीनी गई हैं। साथ ही, वे उन गांवों का दौरा कर सकते हैं जहाँ आदिवासी परिवार अब ढूंढने पर भी नहीं मिलते।

कार्यक्रम का उद्देश्य बाबा तिलका मांझी, वीर सिदो-कान्हू और वीरांगना फूलो-झानो से प्रेरणा लेकर, पाकुड़ में अल्पसंख्यक हो चुके आदिवासी समाज के अस्तित्व को बचाना है। यह एक सामाजिक आंदोलन की शुरुआत करने का भी अवसर है।

आयोजकों का कहना है कि अगर आप पाकुड़ या आसपास के क्षेत्र में रहते हैं, तो इस आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए आइए। यह महासम्मेलन एक महत्वपूर्ण मौका है, जहाँ सभी मिलकर एकजुटता दिखा सकते हैं।

समाज के सभी वर्गों को इस महासम्मेलन में शामिल होना चाहिए। साथ मिलकर हम इस गंभीर समस्या का समाधान खोज सकते हैं और आदिवासी समाज के अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।