बाल पंचपदी - टी. आदि लक्ष्मी, अनंतपुरम , आंध्र प्रदेश | काव्य स्पर्धा 2024
मां का पहला रूप शैलपुत्री है दुर्गा मां के रूप में श्री गायत्री है सफेद चीजों का भोग लगाना है गाय का शुद्ध घी चढ़ाना होता है हवन में घी की आहुति होती है लक्ष्मी।।....
बाल पंचपदी
-------------
मां का पहला रूप शैलपुत्री है
दुर्गा मां के रूप में श्री गायत्री है
सफेद चीजों का भोग लगाना है
गाय का शुद्ध घी चढ़ाना होता है
हवन में घी की आहुति होती है लक्ष्मी।।
मां को जो शुद्ध घी अर्पित करते
वे हर एक रोगों से मुक्ति पाते
जीवन में सुख और आनंद पाते
देवी का आशीर्वाद जरूर पाते
पूजा परमार्थ हर एक पाते लक्ष्मी।।
दुर्गा देवी के नौ रूप होते है
शैलपुत्री से आरंभ होता है
पूर्व जन्म में दक्ष की कन्या है
दाहिने हाथ में त्रिशूल है
बाए हाथ में कमल पुष्प है लक्ष्मी।।
देवी मां हिमवंत की पुत्री
शक्ति स्वरूपिणी शैलपुत्री
मूलाधार चक्र की अधिनेत्री
मां को कहते है गिरी पुत्री
नौ रात्र में प्रथम पूजधारी लक्ष्मी।।
टी. आदि लक्ष्मी
What's Your Reaction?