Bagbera Fire: स्क्रैप टाल में लगी आग से लाखों का नुकसान
बागबेड़ा रोड नंबर 6 स्थित स्क्रैप टाल में शुक्रवार रात आग लगने से लाखों का नुकसान। अग्निशमन की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझाई। जानें पूरी खबर।
बागबेड़ा: शुक्रवार की रात झारखंड के बागबेड़ा रोड नंबर 6 स्थित एक स्क्रैप टाल में अचानक आग लग गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्क्रैप टाल में रखे कागज और कार्टन जलकर खाक हो गए। आग इतनी तेज़ थी कि उसके लपटें पास के निर्माणाधीन भवन तक पहुंच गईं।
आग का कहर: लाखों का नुकसान
स्क्रैप टाल के मालिक राजू शर्मा ने बताया कि इस हादसे में करीब चार से पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है। आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दमकलकर्मियों को घंटों की मशक्कत करनी पड़ी। दमकल की एक गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
राजनीतिक नेताओं की तत्परता
आग लगने की सूचना मिलते ही भाजपा नेता राजकमल यादव और कांग्रेस नेता अनिल सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने फायर ब्रिगेड और पुलिस को तुरंत सूचित किया, जिससे समय पर कार्रवाई हो सकी। उनकी तत्परता ने स्थिति को और बिगड़ने से बचा लिया।
आवास बोर्ड की जमीन पर था स्क्रैप टाल
बताया जा रहा है कि यह स्क्रैप टाल आवास बोर्ड की जमीन पर बना हुआ था। हालांकि, आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस और प्रशासन इस मामले की जांच कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्क्रैप टाल में आग लगने का यह पहला मामला नहीं है।
इतिहास में स्क्रैप यार्ड हादसे
स्क्रैप यार्ड में आग लगने की घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं। कागज, कार्टन, और अन्य ज्वलनशील सामग्रियों की वजह से यह जगहें आग के लिए संवेदनशील होती हैं। देश के अन्य हिस्सों में भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं। वर्ष 2018 में मुंबई के एक स्क्रैप यार्ड में लगी आग ने लाखों का नुकसान पहुंचाया था।
स्थानीय प्रशासन पर सवाल
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आवास बोर्ड की जमीन पर बने इस टाल के संचालन को लेकर पहले से ही कई शिकायतें थीं। बावजूद इसके, कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब इस आग की घटना ने इन लापरवाहियों को उजागर कर दिया है।
दमकल विभाग की तत्परता
झारखंड अग्निशमन विभाग ने आग बुझाने के लिए सराहनीय काम किया। दमकलकर्मियों की तत्परता और कठिन मेहनत से आग को फैलने से रोका जा सका। हालांकि, केवल एक दमकल वाहन का होना इस तरह के हादसों के लिए पर्याप्त नहीं माना जा सकता।
समाज और सुरक्षा का सवाल
इस घटना ने न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाया बल्कि समाज को सुरक्षा और सतर्कता का संदेश भी दिया। आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
बागबेड़ा स्क्रैप टाल में लगी आग ने यह साबित कर दिया है कि ज्वलनशील सामग्री से जुड़े स्थानों पर सुरक्षा के कड़े प्रावधान होने चाहिए। हादसे की जांच जारी है, और उम्मीद है कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। स्थानीय लोगों को भी ऐसे स्थानों के बारे में सतर्क रहना चाहिए और समय पर प्रशासन को सूचित करना चाहिए।
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