Bagbera Demand: बागबेड़ा के अटल पार्क में 'हाई मास्ट लाइट' की ज़रूरत, पार्षद डॉ कविता परमार ने सांसद और रेल महाप्रबंधक को सौंपा मांग पत्र, महिलाओं की सुरक्षा पर जोर
बागबेड़ा जिला पार्षद डॉ कविता परमार ने वॉयरलेस मैदान स्थित अटल पार्क में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सांसद विद्युत वरण महतो और दक्षिण पूर्व रेल महाप्रबंधक को मांग पत्र सौंपा। उन्होंने पार्क में दो हाई मास्ट लाइट, कुर्सी और साफ-सफाई की व्यवस्था कराने की मांग की। महाप्रबंधक ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया।
जमशेदपुर के बागबेड़ा इलाके में वॉयरलेस मैदान पर बना 'अटल पार्क' स्थानीय लोगों के लिए स्वास्थ्य और मनोरंजन का एक अहम केंद्र बन गया है, लेकिन यहां बढ़ता अंधेरा अब सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर रहा है। इतिहास गवाह है कि सार्वजनिक स्थानों पर उचित रोशनी की व्यवस्था न होना हमेशा असामाजिक तत्वों को पलता है और महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को जोखिम में डालता है।
इसी गंभीर मुद्दे को उठाते हुए, बागबेड़ा जिला पार्षद डॉ कविता परमार ने आज सांसद विद्युत वरण महतो और दक्षिण पूर्व रेल महाप्रबंधक के समक्ष एक महत्वपूर्ण मांग पत्र सौंपा। उन्होंने विशेष रूप से पार्क में दो 'हाई मास्ट लाइट' लगवाने की मांग की ताकि शाम के समय पार्क में पूरी रोशनी हो सके।
अंधेरा बना असामाजिक तत्वों का ठिकाना
डॉ कविता परमार ने अटल पार्क के निर्माण के लिए सांसद और रेल महाप्रबंधक को धन्यवाद देते हुए अपनी मांग को अतिशीघ्र पूरा करने का आग्रह किया।
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महिलाओं की सुरक्षा का प्रश्न: उन्होंने कहा कि पार्क में सैकड़ों महिलाएं रोजाना सुबह और शाम को टहलने के लिए आती हैं। लेकिन अंधेरा होने के कारण शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है, जिससे महिलाओं और बच्चों का यहां आना सुरक्षित नहीं रहता।
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तीन मुख्य मांगें: उनकी मांगों में सिर्फ हाई मास्ट लाइट ही नहीं थी, बल्कि पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए बैठने की कुर्सी और नियमित साफ सफाई की व्यवस्था भी शामिल थी।
महाप्रबंधक ने दिया जल्द कार्रवाई का आश्वासन
इस मांग पत्र को सांसद श्री विद्युत वरण महतो की उपस्थिति में दक्षिण पूर्व रेल महाप्रबंधक को सौंपा गया। रेल महाप्रबंधक ने मामले की गंभीरता को समझा और मांग को जल्द से जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया।
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अधिकारी मौजूद: इस दौरान चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक और सांसद प्रतिनिधी संजीव कुमार समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। यह संयुक्त बैठक दर्शाती है कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने इस मुद्दे को कितना महत्व दिया है।
बागबेड़ा के निवासियों को अब रेल प्रशासन और सांसद के आश्वासन पर भरोसा है कि जल्द ही पार्क को रोशनी मिलेगी और वे एक सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में अपना समय बिता सकेंगे।
आपकी राय में, सार्वजनिक पार्कों में अंधेरे के कारण होने वाली असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस और प्रशासन को कौन से दो अतिरिक्त सुरक्षा कदम उठाने चाहिए?
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