सोनारी में पूर्व सैनिकों के लिए खास कैंप, जानें कैसे सेना और बैंक कर रहे हैं आपके जीवन को और आसान!
सोनारी में जिला सैनिक बोर्ड द्वारा पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के कल्याणार्थ आयोजित किया गया खास शिविर। जानें कैसे टाटा स्टील, HDFC बैंक और सेना के अधिकारी पूर्व सैनिकों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं।
सोनारी में जिला सैनिक बोर्ड द्वारा एक महत्वपूर्ण और कल्याणकारी कैंप का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य तीनों सेनाओं से सेवानिवृत्त सैनिकों, वीर नारियों, और उनके परिवारों को मदद और समर्थन देना था। इस कैंप का आयोजन जिला सैनिक कल्याण बोर्ड चाईबासा के कल्याण पदाधिकारी कर्नल किशोर सिंह और उनकी सहयोगी टीम द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम पूर्व सैनिकों के लिए उम्मीद और सहायता का प्रतीक बन गया।
कैंप में उपस्थित महानुभाव
इस कैंप में नवनियुक्त एडम ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल तौसीफ, ब्रिगेडियर पी के झा, ब्रिगेडियर आर वी सिंह (अवकाश प्राप्त), ईसीएचएस ऑफिसर इंचार्ज कर्नल तेजपाल बाजवा, टाटा स्टील के प्रतिनिधि कैप्टन अमिताभ, और एचडीएफसी बैंक के पदाधिकारी प्रमुख रूप से शामिल हुए। तीनों सेना से सेवानिवृत्त हुए गौरव सेनानियों की बड़ी संख्या इस शिविर में देखी गई, जिसमें उनके कल्याण और सुविधाओं की चर्चा की गई।
कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी
सेना के अधिकारियों ने पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी, जो उनके जीवन को सरल और सुविधायुक्त बना सकती हैं। इन योजनाओं में स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर पेंशन संबंधित समस्याओं का समाधान भी शामिल था।
बैंक के खास ऑफर
एचडीएफसी बैंक के प्रतिनिधियों ने इस मौके पर डिफेंस सेलरी पैकेज एकाउंट और सेविंग एकाउंट की खासियतों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे पूर्व सैनिक इन योजनाओं से फायदा उठा सकते हैं और अपने वित्तीय जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं। बैंक द्वारा पेश किए गए विशेष ऑफर ने पूर्व सैनिकों के चेहरों पर मुस्कान ला दी, क्योंकि यह उन्हें वित्तीय सुरक्षा के नए आयाम प्रदान करने का एक बेहतरीन तरीका है।
टाटा स्टील में करियर के नए विकल्प
टाटा स्टील के प्रतिनिधि कैप्टन अमिताभ ने पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए टाटा स्टील में बेहतर करियर बनाने के विकल्पों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे पूर्व सैनिक अपनी कौशल और अनुभव के दम पर नई भूमिकाओं में खुद को स्थापित कर सकते हैं। यह एक बड़ी पहल है जो उन्हें समाज में पुनः स्थापित करने और आत्मनिर्भर बनाने का अवसर देती है।
पूर्व सैनिकों की समस्याएं और समाधान
कुछ पूर्व सैनिकों ने अपनी समस्याओं की जानकारी जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारियों को दी। इन समस्याओं में पेंशन से जुड़ी दिक्कतें, स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी और अन्य प्रकार की प्रशासनिक कठिनाइयां शामिल थीं। जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी कर्नल किशोर सिंह ने आश्वासन दिया कि उनकी टीम इन समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाने का हर संभव प्रयास करेगी।
सैनिक परिवारों के लिए उम्मीद की किरण
इस तरह के कैंप समय-समय पर आयोजित होते हैं ताकि पूर्व सैनिक और उनके परिवार खुद को समाज में सुरक्षित और सम्मानित महसूस कर सकें। ऐसे आयोजन न केवल उन्हें सहायता प्रदान करते हैं बल्कि उन्हें यह भी दिखाते हैं कि उनके बलिदान की कद्र आज भी की जाती है। इन कैंपों के माध्यम से सैनिक परिवारों को न केवल आवश्यक जानकारियां मिलती हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित होता है कि वे समाज में एक सम्मानित जीवन जी सकें।
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