सुप्रजा योजना: प्रसव के बाद माताओं और नवजातों की सेहत सुधारने की अनूठी पहल, जानिए कैसे हो रहा है लाभ
राज्य आयुष विभाग द्वारा आरंभ की गई सुप्रजा योजना के तहत जगन्नाथपुर में गरीब तबके की प्रसूता महिलाओं और नवजात बच्चों को विशेष देखभाल और सहायता प्रदान की जा रही है। जानिए योजना के उद्देश्य और इसके लाभ के बारे में।
सुप्रजा योजना के तहत प्रसूता महिलाओं को मिली मदद, जगन्नाथपुर में शुरू हुई पहल
जगन्नाथपुर:
राज्य आयुष विभाग द्वारा आरंभ की गई सुप्रजा योजना के तहत गरीब तबके की प्रसूता महिलाओं को सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना की शुरुआत जगन्नाथपुर आयुष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से की गई है। जिला आयुष पदाधिकारी डॉ. नंदकिशोर ने बताया कि यह योजना उन गरीब महिलाओं के लिए है जिन्होंने हाल ही में नवजात बच्चे को जन्म दिया है। योजना के तहत, नवजात बच्चों के टॉवल, तेल मालिश के लिए औषधि युक्त तेल और माताओं के लिए दशमूलारिष्ट प्रदान किया जा रहा है।
योजना का उद्देश्य
डॉ. नंदकिशोर ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रसव के बाद कमजोर हो चुकी महिलाओं की सेहत में सुधार लाना है। दशमूलारिष्ट देने से महिलाएं अपनी कमजोरी को दूर कर सकेंगी और अपने बच्चे को सही तरीके से स्तनपान करा सकेंगी। इसके अलावा, नवजात बच्चों की शारीरिक सेहत को बेहतर बनाने के लिए औषधि युक्त तेल और तौलिया भी दिया जा रहा है।
अब तक 10 महिलाओं को मिला लाभ
जगन्नाथपुर आयुष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के अनुसार, इस योजना के तहत अब तक 10 महिलाओं को इसका लाभ दिया जा चुका है और केंद्र से 65 प्रसूता महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जाना है।
योजना के लाभ
- दशमूलारिष्ट: प्रसव के बाद महिलाओं की कमजोरी दूर करने के लिए।
- औषधि युक्त तेल: नवजात बच्चों की मालिश के लिए।
- तौलिया: बच्चों की देखभाल के लिए।
समापन
सुप्रजा योजना के तहत राज्य आयुष विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे गरीब तबके की प्रसूता महिलाओं और उनके नवजात बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। यह पहल न सिर्फ माताओं की सेहत में सुधार लाएगी बल्कि बच्चों की भी शारीरिक सेहत को मजबूत बनाएगी।
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