मंईयां सम्मान योजना को चुनावी स्टंट बताया: सुदेश महतो ने पोटका में आजसू के चूल्हा प्रमुख सम्मेलन में साधा निशाना
आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने पोटका में आयोजित चूल्हा प्रमुख सम्मेलन में मंईयां सम्मान योजना को चुनावी स्टंट करार दिया। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें विफल बताया और कहा कि पोटका के परिवारों ने राज्य के लिए संघर्ष किया है, जिन्हें अब सकारात्मक राजनीति की जरूरत है।
पोटका के दुर्गा पूजा मैदान में आयोजित आजसू पार्टी के विधानसभा स्तरीय चूल्हा प्रमुख सम्मेलन में पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने मंईयां सम्मान योजना पर जोरदार हमला बोला। इस शपथ ग्रहण समारोह में सुदेश महतो ने मंईयां सम्मान योजना को चुनावी स्टंट बताते हुए कहा कि 33.33 पैसे से परिवार का सशक्तिकरण नहीं हो सकता।
सुदेश महतो ने कहा कि पोटका का हर एक परिवार राज्य के लिए संघर्ष करता आया है और अब इस क्षेत्र में सकारात्मक राजनीति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "मैंने 10 परिवारों के बीच से एक लीडर बनकर चूल्हा प्रमुख बनाने का काम किया है, लेकिन राज्य सरकार की योजनाओं से ग्रामीण स्तर पर कोई विशेष फायदा नहीं हुआ है।" उन्होंने राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मंईयां सम्मान योजना केवल चुनावी फायदे के लिए बनाई गई है।
इसके साथ ही, उन्होंने सर्वजन पेंशन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि 5-5 महीने से लोगों को पेंशन नहीं मिल रही है और राशन कार्ड में नाम जोड़ने की प्रक्रिया भी वर्षों से लंबित है।
सुदेश महतो ने समारोह से पहले हाता चौक पर स्थित बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उसके बाद सभास्थल पर पहुंचे। आजसू के केंद्रीय महासचिव डोमन टुडू ने इस अवसर पर कहा, "आजसू का तूफान आ रहा है और यह झारखंड सरकार को उखाड़ फेंकेगा।"
पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने झारखंड आंदोलनकारियों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि हेमंत सरकार में झारखंड आंदोलनकारियों को उचित सम्मान नहीं मिल पाया है। उन्होंने चूल्हा प्रमुखों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला और कहा कि ये प्रमुख विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक जाएंगे और उन्हें सुलझाने का काम करेंगे। साथ ही, पार्टी के नीति और सिद्धांतों को घर-घर पहुंचाने की जिम्मेदारी भी चूल्हा प्रमुखों पर होगी।
महतो ने राज्य सरकार के चुनावी वादों को याद दिलाते हुए कहा कि चुनाव से पहले 72 हजार रुपये प्रति परिवार देने की बात की गई थी, जो अब तक नहीं दी गई। इसके अलावा, 5 लाख लोगों को नौकरी देने और 5 से 7 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने के वादे भी पूरे नहीं हुए हैं।
इस मौके पर केंद्रीय सदस्य चंद्रगुप्त सिंह, जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह और पोटका के आजसू समर्थक बड़ी संख्या में मौजूद थे।
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