Singhbhum Murder: कोतरोगढ़ा में बोरे में बंद मिला कटा हुआ धड़, बुजुर्ग की निर्मम हत्या से दहशत
पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा में एक बुजुर्ग की रूह कँपा देने वाली हत्या कर दी गई है। कातिलों ने सिर काटकर कहीं और फेंक दिया और धड़ को बोरे में भरकर सुनसान जगह पर डाल दिया। पुलिस इस जघन्य हत्याकांड के पीछे के कारणों की जांच कर रही है।
पश्चिमी सिंहभूम, 17 दिसंबर 2025 – झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र में एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। कोतरोगढ़ा गांव के समीप बुधवार को एक अज्ञात बोरे में बंद मनुष्य का धड़ मिलने से पूरे परिक्षेत्र में भय और आतंक का वातावरण बन गया है। हत्या इतनी क्रूरता से की गई है कि देखने वालों की रूह काँप गई।
योजनाबद्ध तरीके से दी गई बलि जैसी क्रूरता
मृतक की पहचान सारुड़ा गांव के निवासी पैंसठ (65) वर्षीय हरिनाथ लुगुन उर्फ मंगरा के रूप में की गई है। अपराधियों ने बड़ी ही चालाकी और निर्ममता का परिचय देते हुए बुजुर्ग का सिर धड़ से अलग कर दिया। साक्ष्यों को मिटाने के उद्देश्य से कातिलों ने सिर को किसी गुप्त स्थान पर ओझल कर दिया, जबकि शरीर के शेष हिस्से को एक बोरे में ठूंसकर निर्जन इलाके में फेंक दिया।
-
सनसनीखेज बरामदगी: ग्रामीणों ने जब रक्त से सने बोरे को देखा तो उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई। बोरा खोलते ही बिना सिर की लाश देखकर वहाँ चीख-पुकार मच गई। घटना की सूचना वायु के वेग की तरह चारों ओर फैल गई और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों का जमावड़ा लग गया।
सिंहभूम में भूमि विवाद और बदले का इतिहास
पश्चिमी सिंहभूम का यह पठारी इलाका दशकों से अपनी जटिल पारंपरिक व्यवस्था और भूमि संबंधी विवादों के लिए जाना जाता है। इतिहास में ऐसे कई प्रसंग हैं जहाँ पैतृक संपत्ति अथवा खेत के छोटे से टुकड़े के लिए परिजनों ने ही एक-दूसरे के रक्त से होली खेली है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की जघन्य हत्याएँ अक्सर विरोधियों के मन में खौफ पैदा करने के लिए की जाती हैं।
जांच में जुटी पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही गोइलकेरा थाने की आरक्षी टुकड़ी घटनास्थल के लिए प्रस्थान कर चुकी है। यद्यपि अभी तक सिर बरामद नहीं हो पाया है, किन्तु प्रशासन द्वारा सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
-
मुख्य कारण की आशंका: प्रारंभिक दृष्टि में यह पूरा प्रकरण जमीन के विवाद से जुड़ा प्रतीत होता है। किन्तु, अंधविश्वास अथवा पुरानी रंजिश के कोण को भी नकारा नहीं जा सकता। अधिकारियों का कहना है कि पंचनामा और शव परीक्षण के उपरांत ही सत्य सामने आ पाएगा।
इस समय कोतरोगढ़ा गांव के घरों में ताले लटक गए हैं और लोग अकेले बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि दोषियों को पाताल से भी खोज निकाला जाएगा और कठोरतम दंड दिलाया जाएगा।
What's Your Reaction?


