Satnam Bhakti: निखिल सुंदरानी ने किया सतनाम भक्ति गीतों का फिल्मांकन, देखें खास पहल
क्या आप जानते हैं कि निखिल सुंदरानी ने सतनाम भक्ति गीतों का फिल्मांकन क्यों किया? जानिए कब और कहाँ रिकॉर्ड हुए आठ पंथी गीत और कौन-कौन से कलाकार रहे शामिल।
सतनाम भक्ति गीतों की गूंज अब डिजिटल मंच पर और भी मजबूत होने जा रही है। छत्तीसगढ़ के युवा फिल्म निर्माता निखिल सुंदरानी ने हाल ही में सतनाम पंथ के भक्ति और पंथी-चौका गीतों का फिल्मांकन किया। इस रिकॉर्डिंग को भिलाई के सतनाम भवन में संपन्न किया गया।
इस मौके पर प्रसिद्ध गायिका शांता सोनवानी ने स्वर दिया। गीतों में कोरस के रूप में खिलेश्वरी बंजारे, धनेश्वरी बंजारे शामिल थीं। वहीं वाद्य यंत्रों पर झुमका नारायण दास चेलाक (संगीत), हेमलता चंदेल (मांदर), ए-आर मिरचे (झांझ) ने अपनी कला का योगदान दिया।
आठ पंथी गीतों की रिकॉर्डिंग
इस कार्यक्रम में कुल आठ पंथी गीत रिकॉर्ड किए गए। खास बात यह रही कि भिलाई के ग्रामीण अंचलों की 25 लड़कियों ने इसमें समूह नृत्य प्रस्तुत किया। इन गीतों को जल्द ही निखिल सुंदरानी के "सतनाम संदेश" यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया जाएगा।
6 वर्षों से कर रहे सेवा
निखिल सुंदरानी बीते छह वर्षों से सतनाम पंथ के भक्ति गीतों, मंगल आरती और चौका गीतों को रिकॉर्ड कर जनता तक पहुँचा रहे हैं। उनके चैनल से अब तक पद्मश्री डॉ. उषा बारले, श्रीमती शांति चेलाक, प्रतिमा बारले सहित सैकड़ों कलाकार जुड़ चुके हैं। इनकी प्रस्तुति को दर्शकों ने हमेशा सराहा है।
दादा से मिली प्रेरणा
निखिल सुंदरानी ने बताया कि उन्हें सतनाम समाज और गुरु घासीदास बाबा जी की प्रेरणा अपने दादा मोहन सुंदरानी से मिली। बचपन से ही वे दादा जी के साथ गिरौदपुरी, भंडारपुरी और अन्य सतनाम समाज के कार्यक्रमों में जाते थे। वहां से ही उन्होंने समाज की सेवा और भक्ति गीतों के प्रसार का संकल्प लिया।
सतनाम समाज में बढ़ती डिजिटल पहुंच
आज के समय में डिजिटल मंच समाज की परंपराओं और भक्ति को दूर-दराज तक पहुंचाने का माध्यम बन गया है। "सतनाम संदेश" चैनल इसके लिए अहम भूमिका निभा रहा है। निखिल सुंदरानी का प्रयास समाज की नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का काम कर रहा है।
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