Saraikela Accident: हाता-चाईबासा हाईवे पर भीषण टक्कर, युवक की दर्दनाक मौत!
Saraikela के हाता-चाईबासा हाईवे पर भीषण सड़क हादसा! बाइक की तेज रफ्तार बनी युवक की मौत की वजह, जानें पूरी खबर।

सरायकेला: शुक्रवार रात हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पर स्थित हेंसल NH-88 के पास एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें खोकरो गांव के एक युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में चार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह हादसा इतनी जबरदस्त था कि टक्कर होते ही दोनों बाइक के परखच्चे उड़ गए।
कैसे हुआ दर्दनाक हादसा?
रात करीब 9 बजे खोकरो गांव का युवक अपनी तेज रफ्तार मोटरसाइकिल से हाईवे पर जा रहा था।
दूसरी बाइक पर तीन युवक सवार थे और वे भी उसी सड़क से गुजर रहे थे।
रफ्तार पर काबू न रख पाने की वजह से युवक की बाइक अनियंत्रित हो गई और सामने से आ रही बाइक में जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भयंकर थी कि चारों युवक सड़क पर गिर पड़े और बुरी तरह घायल हो गए।
मौके पर मची चीख-पुकार!
हादसे के बाद वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने तत्काल घायलों को पास के प्रिया हेल्थ क्लीनिक, हेंसल पहुंचाया।
लेकिन खोकरो गांव के युवक की हालत ज्यादा गंभीर थी, इसलिए उसे तुरंत राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर किया गया।
डॉक्टरों ने काफी कोशिश की, लेकिन युवक को बचाया नहीं जा सका और उसने दम तोड़ दिया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, गांव में शोक की लहर
जैसे ही हादसे की खबर खोकरो गांव पहुंची, वहां मातम पसर गया।
युवक के परिजन बदहवास हालत में अस्पताल पहुंचे और दहाड़ें मारकर रोने लगे।गांव में भी सन्नाटा पसर गया, हर कोई इस दर्दनाक घटना से सदमे में है।
हादसे में घायल तीन अन्य युवकों का इलाज जारी है और उनकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
तेज रफ्तार बनी मौत की वजह! लेकिन कब जागेगा प्रशासन?
हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पहले भी कई दर्दनाक हादसों का गवाह बन चुका है।
इस हाईवे पर आए दिन तेज रफ्तार वाहनों की वजह से दुर्घटनाएं होती रहती हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर लगाने चाहिए और ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करना चाहिए।
इतिहास भी गवाह है – तेज रफ्तार ने छीनी कई जिंदगियां!
अगर पुराने हादसों पर नजर डालें तो तेज रफ्तार की वजह से कई युवा असमय ही मौत के मुंह में समा चुके हैं।
2021 में इसी हाता-चाईबासा मार्ग पर दो बाइक की टक्कर में तीन युवकों की जान चली गई थी।
2022 में सरायकेला-राजनगर मार्ग पर तेज रफ्तार बाइक से गिरकर दो छात्रों की मौत हो गई थी।
2023 में इसी इलाके में बस और बाइक की टक्कर में एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई थी।
फिर भी लोग सबक नहीं ले रहे, और तेज रफ्तार का यह खेल जारी है!
प्रशासन की बड़ी लापरवाही – क्यों नहीं होते सख्त कदम?
स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से स्पीड ब्रेकर और यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने की मांग की है।
लेकिन हर बार प्रशासन सिर्फ आश्वासन देकर अपनी जिम्मेदारी से बचता रहा है।
अगर समय रहते सुरक्षा उपाय किए गए होते, तो शायद यह हादसा टल सकता था!
क्या होगा आगे?
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
प्रशासन से फिर मांग उठ रही है कि इस मार्ग पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
सवाल यह है – क्या यह हादसा भी सिर्फ एक आंकड़ा बनकर रह जाएगा, या फिर सरकार कुछ ठोस कदम उठाएगी?
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस इस मामले में कोई एक्शन लेगी, या फिर ऐसे ही हादसे होते रहेंगे?
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