Deoghar Fire: जसीडीह में भीषण आग से 12 होटल खाक, 10 लाख का नुकसान!
देवघर के जसीडीह में भीषण आग! 12 होटल जलकर खाक, 10 लाख का नुकसान। क्या यह हादसा था या साजिश? जानें पूरी खबर।

देवघर: शुक्रवार रात जसीडीह के चकाई मोड़ पर ऐसा मंजर था, जिसे देख हर कोई सिहर उठा। भयंकर आग की लपटों ने 12 होटलों को जलाकर खाक कर दिया। यह आग इतनी विकराल थी कि इसे दूर से ही देखा जा सकता था। लोग जब तक कुछ समझ पाते, लपटें पूरे इलाके में फैल चुकी थीं।
क्या यह हादसा था या कोई साजिश?
आग लगने से 10 लाख का भारी नुकसान, कौन जिम्मेदार?
आइए जानते हैं इस दिल दहला देने वाली घटना की पूरी कहानी।
रात 10:25 बजे मचा हाहाकार, आग की ऊंची लपटों से दहशत
जसीडीह के चकाई मोड़ पर स्थित 12 होटल और कई दुकानें अचानक आग की चपेट में आ गईं।
घटना रात 10:25 बजे की है, जब होटल और दुकानें ग्राहकों से भरी थीं।
अचानक आग भड़क उठी और कुछ ही मिनटों में पूरी मार्केट जलने लगी।
लोगों ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटें और विकराल होती गईं।
आग इतनी तेज थी कि इसकी रोशनी कई किलोमीटर दूर से नजर आ रही थी।
प्रशासन को सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू में आई आग
दमकल विभाग को घटना की सूचना मिलने पर आधे घंटे में पहली फायर ब्रिगेड पहुंची।
लेकिन आग इतनी भयानक थी कि एक के बाद एक चार दमकल की गाड़ियां बुलानी पड़ीं।
आखिरकार, रात 2 बजे दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
इस भीषण आग में सिर्फ होटल ही नहीं, बल्कि रिक्शा दुकान और पान गुमटी भी जलकर खाक हो गई।
कौन-कौन हुआ बर्बाद? जानें पीड़ितों की पूरी लिस्ट
इस अग्निकांड में कई दुकानदारों का सबकुछ जलकर राख हो गया।
होटल मालिकों में –
कुलदीप मोदी (चमारीडह)
रोहित कुमार (संताली)
शंभु बर्णवाल
सोनू कुमार
राहुल कुमार
संजय रमानी
रतन राम
जोगी राम
बुल्लू यादव (रतनपुर)
झगरू पंडित (कुंजीसार)
श्रवण कुमार तुरी (झाझा)
कारू राम (बदनाटिल्हा)
इसके अलावा –
उज्ज्वल दुबे की रिक्शा दुकान
टुनटुन मोदी की पान गुमटी भी आग की चपेट में आ गई।
पीड़ितों के अनुसार, आग में कुल 10 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है।
क्या आगजनी एक साजिश थी? स्थानीय लोग उठा रहे सवाल!
कुछ दुकानदारों ने इसे हादसा मानने से इनकार कर दिया है।
उनका कहना है कि यह आग जानबूझकर लगाई गई थी, ताकि जमीन पर कब्जा किया जा सके।
पहले भी इस इलाके में जबरन जमीन हथियाने की घटनाएं हो चुकी हैं।
अगर यह सच है, तो प्रशासन को जल्द ही इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए।
पुलिस की चौकसी, 12 घंटे तक जसीडीह बाजार में बिजली ठप
घटना के बाद पुलिस टीम ने मोर्चा संभाल लिया।
जसीडीह थाना प्रभारी दीपक कुमार, एसआई उदय कुमार सिंह समेत पुलिसकर्मी रातभर घटनास्थल पर मुस्तैद रहे।
बड़ी अनहोनी रोकने के लिए प्रशासन ने पूरे इलाके की बिजली काट दी, जिससे 12 घंटे तक बाजार अंधेरे में डूबा रहा।
आग में बिजली के तार और खंभे जल जाने के कारण कई घंटों तक इलाके में आवागमन भी बाधित रहा।
इतिहास भी गवाह है – जसीडीह में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं!
अगर हम पीछे मुड़कर देखें तो जसीडीह बाजार में आग लगने की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं।
2019 में भी चकाई रोड पर एक भीषण आग में 8 दुकानें जलकर राख हो गई थीं।
2021 में होटल में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ था।
2023 में भी शॉर्ट सर्किट के कारण जसीडीह बाजार में 4 दुकानें खाक हो गई थीं।
आखिर कब तक प्रशासन मूकदर्शक बना रहेगा?
क्या इन घटनाओं के पीछे कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है?
आगे क्या होगा?
प्रशासन ने आग की वजह की जांच शुरू कर दी है।
पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की मांग उठ रही है।
स्थानीय लोग इस घटना के पीछे साजिश की आशंका जता रहे हैं, जिसकी जांच जरूरी है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस हादसे से सबक लेकर कोई ठोस कदम उठाएगा या नहीं!
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