साकची में रोटी बैंक की सदस्यता अभियान सह स्वास्थ्य शिविर आयोजित, 500 से अधिक लोगों ने भरे सदस्यता फॉर्म

जमशेदपुर के साकची में रोटी बैंक द्वारा आयोजित सदस्यता अभियान और स्वास्थ्य जांच शिविर में 500 से अधिक लोगों ने सदस्यता ली। शिविर में मधुमेह और ब्लड प्रेशर की जांच कराई गई, जिसमें कई लोगों को पहली बार मधुमेह का पता चला।

Sep 30, 2024 - 12:28
Sep 30, 2024 - 19:11
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साकची में रोटी बैंक की सदस्यता अभियान सह स्वास्थ्य शिविर आयोजित, 500 से अधिक लोगों ने भरे सदस्यता फॉर्म
साकची में रोटी बैंक की सदस्यता अभियान सह स्वास्थ्य शिविर आयोजित, 500 से अधिक लोगों ने भरे सदस्यता फॉर्म

जमशेदपुर के साकची गोलचक्कर पर रोटी बैंक चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित सदस्यता अभियान और स्वास्थ्य जांच शिविर में लोगों की भारी भीड़ देखी गई। इस दौरान 500 से अधिक लोगों ने रोटी बैंक की सदस्यता के लिए फॉर्म भरा, जिन्हें आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच के बाद पहचान पत्र (आई-कार्ड) प्रदान किया जाएगा। यह जानकारी रोटी बैंक के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने दी।

स्वास्थ्य जांच शिविर में 700 से अधिक लोगों ने कराया स्वास्थ्य परीक्षण
सदस्यता अभियान के साथ-साथ इस अवसर पर एक स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें मधुमेह और ब्लड प्रेशर की मुफ्त जांच की गई। सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चले इस शिविर में लगभग 700 लोगों ने स्वास्थ्य जांच करवाई। जांच के दौरान 74 लोगों को पहली बार पता चला कि उनका मधुमेह बढ़ा हुआ है। यह जानकारी प्राप्त होने पर इन लोगों ने तुरंत स्वास्थ्य सलाह ली और आगे की जांच का निर्णय लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत और उद्देश्य
कार्यक्रम की शुरुआत रोटी बैंक के चेयरमैन मनोज मिश्रा द्वारा एक महिला की ब्लड प्रेशर जांच से की गई। इसके बाद शुभश्री दत्ता, अनीमा दास, सरोज देवी, और निभा शुक्ला ने मधुमेह और ब्लड प्रेशर की जांच के लिए सहयोग किया।

अपने संबोधन में मनोज मिश्रा ने बताया कि रोटी बैंक का मुख्य उद्देश्य कुपोषण मुक्त झारखंड का निर्माण करना है। उन्होंने कहा, "हर गरीब परिवार को पौष्टिक आहार पाने का हक है, और यही रोटी बैंक का मुख्य नारा है।" मिश्रा ने कुपोषण के कारण होने वाली बच्चों की मौत पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इसे रोकने के लिए लंबी लड़ाई की जरूरत है।

कुपोषण के खिलाफ लड़ाई और लक्ष्य
मनोज मिश्रा ने बताया कि कुपोषण जैसी गंभीर समस्या से निपटने के लिए रोटी बैंक 10,000 से अधिक सदस्यों का एक मजबूत नेटवर्क बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इसके लिए सदस्यता अभियान लगातार चलाया जाएगा। उनका मानना है कि केवल सरकारी योजनाओं जैसे 5 किलो अनाज से कुपोषण की समस्या का समाधान नहीं हो सकता। इसके लिए एक व्यापक योजना की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, "कुपोषित राज्य में मात्र 5 किलो अनाज से खुशहाली नहीं आ सकती है। हमें इसे खत्म करने के लिए दीर्घकालिक प्रयासों की जरूरत है।"

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और सहयोगी
इस कार्यक्रम में मनोज मिश्रा के साथ किशोर वर्मा, रेणु सिंह, सालावत महतो, हरदीप सिद्धू, संतोष कुमार, और ऋषि गुप्ता मुख्य वक्ताओं में शामिल थे। सभी ने रोटी बैंक के कार्यों की सराहना की और अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान से जुड़ने का आह्वान किया।

रोटी बैंक का संदेश
रोटी बैंक का मुख्य उद्देश्य गरीब और वंचित वर्ग को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना है। इस अभियान के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पौष्टिक आहार पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, ताकि कुपोषण जैसी समस्या का सामना किया जा सके।

सदस्यता अभियान और स्वास्थ्य शिविर का महत्व
रोटी बैंक का सदस्यता अभियान न केवल संगठन को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है, बल्कि इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को इस नेक कार्य में शामिल होने का अवसर भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन से जरूरतमंद लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

आगे की योजना
रोटी बैंक भविष्य में भी इस तरह के आयोजन करता रहेगा और समाज के जरूरतमंद वर्ग को भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूक करने का प्रयास करेगा। संगठन का लक्ष्य पूरे झारखंड में कुपोषण को खत्म करना और स्वस्थ समाज का निर्माण करना है।

रोटी बैंक द्वारा चलाए जा रहे इस सदस्यता अभियान और स्वास्थ्य शिविर ने समाज में जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। यह संगठन लगातार समाज के लिए काम कर रहा है और गरीबों के बीच पौष्टिक आहार की कमी को दूर करने के लिए संघर्षरत है।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।